जयपुर। सिंधी समाज के आराध्य वरुण अवतार भगवान श्री झूलेलाल का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर रविवार को छोटी काशी में भगवान झूलेलाल ने समाज के लोगों के साथ नगर भ्रमण किया। नगर भ्रमण के दौरान आयो लाल झूलेलाल के नारों से शहर गुंजायमान हो गया।
प्रवक्ता तुलसी संगतानी ने बताया कि शहर के झूलेलाल मंदिरों में प्रातः काल भगवान झूलेलाल का पंचामृत अभिषेक कर नवीन वस्त्र धारण कराए गए। मंदिर के शिखर पर लाल रंग की धर्म ध्वजा फहराई गई । ऋतु पुष्पों से श्रृंगार किया गया। बिजली की झालरों से मंदिर परिसर सजाए गए।महिलाओं ने मीठे चावल और छोले का भोग भगवान को लगाया । साथ ही चावल( अक्षत )चीनी और जल अंजुलि में लेकर भगवान से अखो प्रार्थना किया ,आंचल फैलाकर पूरे विश्व के कल्याण के लिए विशिष्ट पल्लव प्रार्थना की। भगवान को रिझाने के लिए सिंधी शहनाई और ढोल की धुन पर सिंधी लोक नृत्य छेज की प्रस्तुति दी गई।
शोभायात्रा का आयोजन
अध्यक्ष दिलीप हरदासानी और महासचिव दिलीप पारवानी ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम के तहत चेटीचंड सिंधी मेला समिति की ओर से शहर में विशाल शोभायात्रा निकाली गई। चौगान स्टेडियम में पूज्य सिंधी पंचायत,पुरानी बस्ती के सहयोग से शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ। पंचायत के संरक्षक नंदलाल लालवानी ने बताया कि श्री अमरापुर दरबार के संत मोनू राम और संत मंडली ने ज्योति प्रज्ज्वलित की इसके बाद यात्रा आरंभ हुई ।
इस अवसर पर हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य ,ज्ञानदेव आहूजा , मोहन लाल वाधवानी,नारायण दास नाज़वानी,छबल दास नवलानी,अमर गुरबाणी,चंद्र प्रकाश खेतानी एडवोकेट ,ईश्वर मोरवानी,मनोज ठाकवानी उपस्थित थे। इस अवसर पर संत मोनू राम महाराज ने कहा कि सद्गुरु स्वामी टेऊंराम महाराज का जीवन परिचय एवं उनकी वाणी (दोहे, पद, छंद, श्लोक माला, भजन,) हिंदी पाठ्यपुस्तकों में शामिल होनी चाहिए ,साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर चेटीचंड का अवकाश घोषित हो ।
तुलसी संगतानी को मिली सिंधी सपूत की उपाधि
पूज्य सिंधी पंचायत पुरानी बस्ती के अध्यक्ष हेमन दास मंगतानी और महासचिव हीरानंद मोटवानी ने बताया कि समाज और सिंधी भाषा के लिए श्रेष्ठ कार्य करने वाले तुलसी संगतानी को सिंधी सपूत 2025 की उपाधि से सम्मानित किया गया ,सम्मान में उन्हें प्रशस्ति पत्र दिया गया ,उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से तुलसी संगतानी निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रहे हैं ।
शाही लवाजमें के साथ निकली शोभायात्रा
भगवान झूलेलाल के जन्मोत्सव पर विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें संगठन महासचिव कमल आसवानी ने बताया कि शोभायात्रा की अगुवानी गजराज ने की। जिसके पीछे ऊंट,घोड़े और बग्गी से शोभायात्रा सुसज्जित हुई। इस शोभायात्रा में शहर के पांच नामचीन बैंड जिया,सुंदर,अशोक,दौलत और शंकर बैंड ने सिंधी संगीत की स्वर लहरियां बिखरेंगी। विभिन्न धार्मिक आयोजन के पश्चात छोटीकाशी झूलेलाल के जयकारों से गुंजायमान हो उठी।
शोभायात्रा में 45 से अधिक अलौकिक झांकियां हुई शामिल
झांकी सचिव गुलाब कोरानी और पखवाड़ा कार्यक्रम सचिव दिलीप भूरानी ने बताया कि 45 से अधिक झांकियां शोभायात्रा में शामिल हुई । सबसे पहले प्रथम पूज्य श्री गणेश जी की झांकी ,फिर श्री गोविंद देव जी के मंदिर से आई श्री गोविंद देव जी की झांकी , श्री राम दरबार की झांकी , श्री शिव परिवार , दुर्गा माता ,कमल पुष्प पर भगवान श्री झूलेलाल,जल में नर मछली पर श्री झूलेलाल,घोड़े पर भगवान झूलेलाल,भगवान शिव और नंदी की झांकी ,भगवान श्री झूलेलाल का श्वेत धवल मंदिर ,सिंधु संस्कृति पर आधारित मोहन जो दड़ो,सिंध के प्रतापी राजा दाहिर सेन का महल आदि झांकियां दर्शकों को मोहित कर रही थी। सामाजिक सरोकार की झांकी बोरवेल बंद करो सुंदर संदेश दे रही थी। एक झांकी में मां बाप की सेवा असली महाकुंभ है दर्शकों के आकर्षण का केंद्र थी।
इन मार्गाे से होकर गुजरी भव्य शोभायात्रा
कोषाध्यक्ष दीपक कुमार डुलानी ने बताया कि शोभायात्रा चौगान से आरंभ हो कर गणगौरी बाज़ार,चांदपोल बाज़ार, खज़ाने वालों का रास्ता , इंद्रा बाज़ार,नेहरू बाज़ार,बापू बाज़ार, जौहरी बाज़ार,बड़ी चौपड़ ,हवामहल बाज़ार,चांदी की टकसाल होती कंवर नगर स्थित श्री झूलेलाल मंदिर पहुंची ।पूज्य सिंधी पंचायत कंवर नगर के थांवर दास रामरख्यानी,साधु राम तोतलानी,रूपचंद दौलतानी ने शोभायात्रा का स्वागत किया ,फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।देर रात झांकी परिणामों की घोषणा हुई ।