पुलिस का बड़ा प्रहार: क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड गैंग के पांच जालसाज सलाखों के पीछे

0
138
Five fraudsters of crypto currency fraud gang behind bars
Five fraudsters of crypto currency fraud gang behind bars

जयपुर । साइबर ठगी के खिलाफ चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन साइबर संग्राम’ के तहत अलवर पुलिस ने एक बड़े क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने पांच जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को भारी मुनाफे का लालच देकर उन्हें ‘क्रिप्टो’ में निवेश करने के नाम पर ठगते थे।

पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि यह कार्रवाई सहायक पुलिस अधीक्षक कांबले शरण गोपीनाथ के निर्देशन और सीओ अंगद शर्मा के सुपरविजन में की गई। एनईबी थाना पुलिस और डीएसटी को साइबर धोखाधड़ी के बारे में सूचना मिली थी। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ‘इंडो क्रिप्टो’, ‘डीओडी क्रिप्टो’, और ‘वीएनएस सिक्का’ जैसी फर्जी वर्चुअल करेंसी में निवेश के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ऐंठ रहे थे।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राहुल जांगिड पुत्र सतीश कुमार (29) निवासी किशनगढबास, मनीष जाजोरिया पुत्र रमेश चन्द (42), महेन्द्र पुत्र बलराम माली (38) निवासी एनईबी जिला अलवर, प्रकाश चन्द पुत्र अमर सिंह (55) निवासी मेहताब सिंह का नोहरा, थाना कोतवाली जिला अलवर और राहुल जाटव पुत्र जगन प्रसाद (30) निवासी तूलेडा थाना सदर अलवर के रूप में हुई है।
आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे लोगों को भारी मुनाफा और कमीशन का वादा करके अपने झांसे में लेते थे। जब कोई व्यक्ति बड़ी रकम लगा देता था, तो वे तुरंत अपनी वर्चुअल करेंसी आईडी को बंद कर देते थे और एक नई आईडी बनाकर फिर से प्रचार शुरू कर देते थे। इस तरह वे लगातार लोगों को बेवकूफ बनाते रहे।

पुलिस ने आरोपियों के पास से 7 एंड्रॉयड मोबाइल फोन, एक चेकबुक और 13,010 रुपये नकद बरामद किए हैं। इस कार्रवाई में थाना एनईबी से एसएचओ दिनेश चंद, एसआई कबूल सिंह, डीएसटी से एएसआई हरविलास, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल करतार और साइक्लोन सेल से हेड कांस्टेबल संदीप कुमार व कांस्टेबल अमित कुमार शामिल थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here