जयपुर। विश्व शांति प्रदायक जैन धर्म के सोलहवें तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ के तीन कल्याणक जन्म, तप व मोक्ष कल्याणक सोमवार को भक्ति भाव से मनाया जाएगा। इस अवसर पर शहर के दिगम्बर जैन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी और मोक्ष का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा।
राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि प्रात शांतिनाथ भगवान के जलाभिषेक एव पंचामृत अभिषेक किया जाएगा। जिसके पश्चात विश्व में सुख,शांति और समृद्धि की कामना करते हुए मंत्रोच्चार के साथ शांति धारा की जाएगी। शांतिनाथ भगवान अष्ट्र द्रव्यों से पूजा करते हुए जन्म,तप कल्याण के अर्ध्य चढ़ाए जाएंगे।
जिसके बाद निर्वाणोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें निर्वाण कांड भाषा के वाचन के पश्चात मोक्ष कल्याण का अर्ध्य एवं निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा। महा आरती के बाद कार्यक्रम का समापन होगा। इस अवसर पर कई मंदिरों के मंडल पर संगीतमय श्री 1008 शांति नाथ पूजा-विधान किए जाएंगे। उन्होने बताया कि दिगम्बर जैन अतिशय शांतिनाथ जी की खोह में प्रात सवा 7 बजे निर्वाण लाडू चढ़ाया जाएगा।
इन मंदिरों में होंगे विशेष आयोजन
विनोद जैन ने बताया कि विश्व शांति प्रदायक जैन धर्म के सोलहवें तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ के तीन कल्याणक जन्म, तप व मोक्ष कल्याणक दिवस पर आगरा रोड स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरी, सांगानेर के दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर संघीजी, तारों की कूट पर श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सहित कई मंदिरों में विशेष आयोजन होगें।
इसी दौरान शहर में प्रवासरत उपाध्याय उर्जयन्त सागर मुनिराज के सानिध्य में ख्वास जी का रास्ता स्थित श्री दिगम्बर जैन मंदिर पार्श्वनाथ सोनियान , मुनि जयकीर्ति महाराज के सानिध्य में दुर्गापुरा के श्री दिगम्बर जैन मंदिर चन्द्र प्रभजी , मुनि अर्चित सागर महाराज के सानिध्य में पार्श्वनाथ भवन स्थित मंदिर में तथा दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पदमपुरा में आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में पूजा अर्चना के विशेष आयोजन होगें तथा निर्वाण लाडू चढाया जाएगा। मंगलवार, 27 मई को जैन धर्म के दूसरे तीर्थंकर भगवान अजितनाथ का गर्भ कल्याणक दिवस मनाया जाएगा ।