जयपुर। विश्वकर्मा थाना इलाके के रोल नंबर 17 स्थित,जैसल्या गांव में गुरुवार को खाना बनाते समय गेस सिलेंडर में लगी आग से पूरा परिवार जिंदा जल गया। हादसे में दंपति और उनके तीन बच्चों की मौत हो गई । पुलिस के अनुसार सिलेंडर और चूल्हा कमरे के दरवाजे पर ही रखा था इस कारण कोई भी बाहर नहीं निकल सका।हादसा सुबह करीब पौने आठ बजे हुआ।
एसीपी अशोक चौहान ने बताया कि परिवार को ज़िंदा जलता हुआ देख कर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम और आपदा प्रबंधन दल के सदस्यों ने मृतकों के शवों को बाहर निकाल कर कांवटिया अस्पताल में पहुंचाया जहां शुक्रवार को परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम करवाने के बाद एक ही चीता पर विद्याधर नगर मोक्ष धाम में पांचो के शवो का।दांव संस्कार किया पुलिस के अनुसार हादसे में राजेश यादव( 26), उसकी पत्नी रूबी (24), ईशु (7), दिलखुश (2) और खुशमानी (4) की मौत हो गई थी।
मृतक परिवार बिहार मे मोतिहारी के मधुबनी का निवासी था ।पुलिस उपायुक्त ने बताया कि राजेश करीब 15 साल से जयपुर के विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक ढलाई फैक्ट्री में काफी सालों से मजदूरी करता था। वह यहां एक कमरा किराए पर लेकर परिवार सहित रहता था।राजेश की पत्नी और बच्चे चार महीने पहले बिहार स्थित अपने गांव आए थे उसके बाद वो नहीं गये थे.प्रारंभिक तौर पर पुलिस का मानना है कि सिलेण्डर में रेगुलेटर सही नहीं लगा और हादसा हो गया। विश्वकर्मा थाना प्रभारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि सिलेंडर के रेगुलेटर के पैनल से आग निकली थी, जिससे कमरे में आग फैल गई।
राजेश आग बुझाने की काफी मशक्कत की लेकिन सफल नहीं हो पाया और आग से बचने के लिए कमरे के कोने में बैठ गया, लेकिन उसकी भी मौत हो गई। पत्नी और बच्चे भी बाहर नहीं निकल सके। आग बुझाने की काफी अन्य किराएदारों ने मदद भी की लेकिन आग पर काबू नहीं पा सके और सारा परिवार जल गया
बिहार से पहुंचे यह लोग
मृतक राजेश के पिता 60 वर्षीय सोनाराम 55 वर्षीय प्रमिला देवी मां भाई अवनेश यादव, मनीष, कुमोद, प्रमोद, और चाचा छोटेलाल अस्पताल में पहुंचे इन सभी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।