जयपुर। कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी मंगलवार को विशेष योग में बैकुंठ चतुर्दशी पर्व श्रद्धा और भक्ति से मनाया गया। सुबह से ही शहर के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। आराध्य देव गोविंद देवजी, चौड़ा रास्ता के राधा दामोदर जी, पुरानी बस्ती के गोपीनाथ जी मंदिर में सुबह की मंगला झांकी में ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। ठाकुरजी के दर्शन कर दीपदान किया।
हरे नाम संकीर्तन करते हुए परिक्रमा की। बुजुर्ग महिलाओं ने समूह में वैकुंठ चतुर्दशी की कथा सुनाई। सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित श्री सरस निकुंज में वैकुंठ चतुर्दशी में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में मनाया गया। इस्कॉन टैंपल, आनंद कृष्ण बिहारीजी, लाड़लीजी सहित अन्य मंदिरों में भी सुबह से ही दर्शनार्थियों की भीड़ रही। भक्तों ने दीपक दिखाकर आरती और परिक्रमा की।
राधा मोहन मंदिर में सजी सात झांकियां
श्री राधा मोहन मंदिर में सजी सात झांकियां दुर्गापुर स्थित श्री राधा मोहन जी मंदिर में बैकुंठ चतुर्दशी भक्ति भाव से मनाई गई। महंत जगदीश दिवाकर शर्मा के सान्निध्य में ठाकुर जी का पंचामृत से अभिषेक कर नूतन पोशाक धारण कराई गई। छप्पन भोग की झांकी सजाई गई । पूरे मंदिर परिसर को विशेष फूल मालाओं ओर बंदरवाल से सजाया गया। महिला मंडल ने बधाई गान किया। शाम को 1100 दीपक प्रज्जवलित कर महाआरती की।




















