जयपुर। नेट-थियेट कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज गायक नवल डांगी ने लोकगीत डिग्गीपुरी का राजा की ऐसी छटा बिखेरी की राजस्थान की माटी की खुशबू ने लोकगीत की संस्कृति को पेश किया। नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि गायक कलाकार नवल डांगी में राजस्थान के लोक देवता डिग्गी कल्याण का प्रसिद्ध लोकगीत बाजे छे नौबत बाजा म्हारा डिग्गी पुरी का राजा को इतने सुरीले अंदाज में पेश किया कि लोग मस्ती से झूम उठे।
ज्ञात रहे की डिग्गी कल्याण की अनन्य भक्त जमुना दासी ने इस गाने की रचना की और इसे स्वरबद्ध किया जो लोगों के दिलों दिमाग पर आज भी छाया हुआ है जब लोग लोकगीत डिग्गीपुरी का राजा बाजे छे नौबत बाजा सुनते हैं तो डिग्गी कल्याण का जयकारा निकलता ही निकलता है।
इनके साथ तबले पर नीरज चौहान, हारमोनियम पर हार्दिक थारुका, गिटार पर अंकेश खटाणा और मंजीरे पर गिरधारी लाल ने शानदार संगतकर सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। कैमरा मनोज स्वामी, मंच सज्जा अंकित शर्मा नोनू और जिवितेश, संगीत जितेन्द्र शर्मा का रहा।