जयपुर। अरावली पर्वतमालाओं के बीच मध्ययुगीन (अत्यंन्त प्राचीन) मंदिर श्री रघुनाथजी- श्री विशनपुरा बालाजी धाम,चौबे श्री गोपीनाथ आश्रम,विशनपुरा जमवारामगढ़़ में विगत 24 वर्षों से अनवरत रूप से जारी अखण्ड रामायण पाठ के अनुसरण में चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को भक्त शिरोमणि हनुमानजी महाराज के जन्मोत्सव पर शनिवार को विधिवत पूजा-अर्चना के साथ 299 वें अखण्ड रामायण पाठ का शुभारम्भ हुआ।
प्रयागराज से लाये गए गंगाजल, सुगंधित द्रव्य,पंचामृत, सर्वोषधि से जलाभिषेक कर श्री बालाजी महाराज को घी-सिन्दूर का चोला अर्पित किया गया। साथ ही मध्ययुगीन श्रीरघुनाथजी मंदिर में विराजित प्रभु श्रीराम, जानकी जी,लक्ष्मण जी तथा विलक्षण 108 लिंगी श्री रामेश्वरम महादेव की भी विधिवत पूजा-अर्चना की गई।
मंदिर श्री रघुनाथजी-श्री बालाजी धाम विशनपुरा के ट्रस्टी एवं प्रवक्ता पीयूषपाणि चतुर्वेदी ने बताया कि विगत 24 वर्षों से अनवरत रूप से श्री बालाजी धाम विशनपुरा , चौबे श्री गोपीनाथ आश्रम, जमवारामगढ़, में ऐतिहासिक रामगढ़ बांध के पुन: जलमग्न होने की कामनार्थ प्रतिमाह अखण्ड रामायण पाठ का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
श्री रघुनाथ जी एवं बालाजी महाराज की असीम अनुकम्पा का ही प्रतिफल है कि राजस्थान सरकार द्वारा बहु-प्रतीक्षित ई.आर.सी.पी योजना को लागू किए जाने की घोषणा की गई है , जिससे रामगढ़ बांध के पुन: जलमग्न होने का मार्ग प्रशस्त हुआ है ।