जयपुर। सेशन कोर्ट में फर्जी जमानत देने वाली जमानती गैंग का सदर थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि सदर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सेशन कोर्ट में फर्जी जमानत देने वाले फर्जी जमानती गैंग के शातिर बदमाश भरत सिंह निवासी दौसा हाल वैशाली नगर जयपुर,नंद सिंह सिसोदिया उफ मोती सिंह निवासी कालवाड़ जयपुर और मनोवर निवासी रामगंज जयपुर को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से फर्जी आधार कार्ड और फर्जी हैसियत प्रमाण पत्र बरामद किए गए। जमानतियों को फर्जी जमानत देकर गैंग फरार करवाने का काम करती थी।
गैंग के बदमाशों ने पॉक्सो एक्ट के अपराधी अमित सिंह को फरार करवाया था। कूट रचित दस्तावेजों से मोती सिंह ने कोर्ट में जमानत दी थी। आरोपी नंद सिंह ने फर्जीवाड़ा कर अपना नाम मोती सिंह बदल लिया था जबकि मोती सिंह नाम के असली व्यक्ति की 1 साल पहले ही मौत हो चुकी है। फोटो और डॉक्यूमेंट से मिसमैच होने पर पूरी गैंग पकड़ी गई। वहीं गैंग का फरार आरोपित राजेन्द्र सिंह की गिरफ्तारी शेष रही गई है।
जिसकी पुलिस सम्भावित ठिकानों पर दबिश मार रही है। पुलिस पूछताछ मे सामने आया कि आरोपी भरत सिंह कोर्ट में अजय सिंह नाम के अधिवक्ता के पास मुंशी का कार्य करता था। कोर्ट में कार्य करने के दौरान विभिन्न कोर्ट में वकालतनामा लगाने व नकल निकलवाने के लिए आने जाने के दौरान कई ऐसे आरोपियों सामने आते थे। जिनके जमानती की व्यवस्था नहीं होती थी तो ऐसी स्थिति में वह जमानती के एवज में अधिक रकम देने को तैयार रहते थे। तब वह लालच में आकर ऐसे लोगों की जानकारी उनसे जमानत पेटे 5-6 हजार रुपये ले लेता था तथा जरूरतमंद लोगों को रुपयों का लालच देकर फर्जी जमानती देने के लिए तैयार कर लेता था।
इसमे उसे जो भी रकम प्राप्त होती थी उसमें से आधी रकम फर्जी जमानत देने वाले को व फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले को दे देता था व आधी रकम वह स्वयं रख लेता था। पुलिस पूछताछ में और भी कई वारदातें खुलने की आशंका जताई जा रही है।