January 26, 2025, 6:26 pm
spot_imgspot_img

फर्जी-कॉल सेंटर के माध्यम से ठगी करने वाले चार ठगों को पकड़ा

जयपुर। शिप्रापथ थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ठगी के एक कॉल सेंटर का शुक्रवार शाम पर्दाफाश किया है। जहां पुलिस ने ई-मित्र के नाम से खोले गए फेक कॉल सेंटर पर दबिश देकर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जानकारी में सामने आया है कि कॉल सेंटर के जरिए ई-मित्र की आईडी से प्रॉफिट के साथ कैश बैक का झांसा देकर रकम ठगी जाती थी।

जो पिछले 6 महीने में 500 लोगों से फेक कॉल सेंटर गैंग 15 लाख रुपए कमाई कर चुकी है। पुलिस ने कॉल सेंटर से बड़ी संख्या में कम्प्यूटर, मोबाइल व अन्य सामान के साथ 78 हजार कैश बरामद किया है। मामले में फरार कॉल सेंटर ऑनर और वर्कर्स की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही है।

पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया कि शिप्रापथ थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कॉल सेंटर में साइबर फ्रॉड मामले में आरोपी दीपक (23) निवासी अशोक पुरा गली नंबर-1 सोडाला, संजय मेघवाल (22) निवासी काली पलटन मोहल्ला टोंक, नन्दवीर सैनी (22) निवासी रीको इंडस्ट्रियल एरिया मानसरोवर और विनोद बैरवा (23) निवासी मालपुरा जिला टोंक को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने कॉल सेंटर से 9 मोबाइल, 13 कम्प्यूटर, 1 लैपटॉप, वाईफाई, बायोमेट्रिक फिंगर प्रिंट मशीन, इंटरनेट कनेक्टर, बिजली के दो बोर्ड व ठगी के 78 हजार रुपए जब्त किए है। पुलिस दबिश के दौरान कॉल सेंटर पर ऑनर व अन्य वर्कर नहीं होने के चलते पकड़े नहीं जा सके। पुलिस जांच में सामने आया है कि ई-मित्र की आईडी बनाकर देने का कॉल सेंटर के जरिए झांसा दिया जाता था। आईडी से प्रॉफिट से लेकर कैश बैक का लालच देते थे।

रजिस्ट्रेशन फीस के जरिए फ्रॉड की पहली किस्त 5-10 हजार रुपए ली जाती थी। जिसके बाद रुपए और खर्च करने की लगने पर एक-दो बार सुविधा देकर कैश बैक का लालच देकर मोटी रकम बैंक अकाउंट में जमा करवा लेते थे। रुपए वसूली के बाद कस्टमर का मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देते थे।

कुछ दिनों बाद पहले मोबाइल नंबर को बंद कर दूसरे मोबाइल नंबर का यूज शुरू कर देते थे। साइबर फ्रॉड कर गैंग के अभी तक करीब 500 लोगों से 15 लाख रुपए से अधिक की कमाई होने का पता चला है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।

पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण ने बताया कि पिछले काफी समय से साइबर हेल्पलाइन नंबर-1930 पर ई-मित्र सेवा के नाम पर साइबर फ्रॉड की सूचना मिल रही थी। जिस पर एसीपी मानसरोवर आदित्य काकड़े के सुपरविजन में शिकायतों का एनालासिस करवाया गया। साइबर सैल के हेड कांस्टेबल लोकेश कुमार की सूचना पर कांस्टेबल विजयपाल व प्रहलाद के साथ एसीपी ऑफिस (मानसरोवर) में तैनात हेड कांस्टेबल हंसराज की टीम बनाई गई।

साइबर फ्रॉड करने वाले संदिग्धों के मोबाइल नंबरों से लोकेशन निकलवाई गई। साइबर सेल टीम की तरफ से गोपनीय सूचना प्राप्त की गई। शिप्रापथ इलाके में विक्रमादित्य मार्ग अग्रवाल फार्म पर एक अपार्टमेंट की पहली मंजिल पर समाज सेवा केंद्र के नाम से फ्रॉड करने का पता चला। ई-मित्र के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर चलाने पर शिप्रापथ थानाधिकारी अमित शर्मा के नेतृत्व में टीम ने दबिश दी।

पुलिस ने साइबर फ्रॉड के लिए कॉल सेंटर पर मिले चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। कॉल सेंटर पर मिले मोबाइल-कंप्यूटर सहित अन्य सामान को जब्त किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने ऑनर व अन्य वर्कर के कॉल सेंटर पर नहीं होना बताया। पिछले 6 महीने से इस कॉल सेंटर की संचालन होना बताया।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

25,000FansLike
15,000FollowersFollow
100,000SubscribersSubscribe

Amazon shopping

- Advertisement -

Latest Articles