जयपुर। राजस्थान में पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। पशु पालाकों को अब अपने बीमार पशुओं के लिए अस्पताल में भटकना नहीं पड़ेगा। सिर्फ एक हेल्प लाइन नम्बर पर कॉल करते ही घर बैठे उन्हे अपने पशु के उपचार की सुविधा मिलेगी। इसके लिए शनिवार को मोबाइल वेटरनरी इकाईयों की शुरूआत की गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने शनिवार दोपहर सवा 12 बजे गाय की पूजा कर 21 वैन यूनिट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके लिए प्रदेश में कुल 536 वैन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
पशु पालकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
पशु पालकों के लिए एक हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किए गए है । पशु पालकों को अपने बीमार पशु के उपचार के लिए सिर्फ हेल्पलाइन नम्बरों पर अपने पशु की जानकारी देनी होगी। जिसके बाद मोबाइल बेटरनरी इकाई उनके द्वार पर पहुंच कर बीमार पशु का उपचार करेंगी।
वैन में तीन कर्मचारियों का स्टाफ रहेंगा मौजूद
बताया जा रहा है कि इस वेटरनरी वैन में हमेशा तीन कर्मचारियों का स्टाफ मौजूद रहेगा । जो पशुओं को हर तरीके का इलाज देगा। इसके लिए वैन में मौजूद कर्मचारियों को उपचार के हर तरीके के लिए तैयार किया गया है। इस वैन में एक वेटरनरी डॉक्टर ,एक कंपाउंडर (पशु सहायक ) और एक ड्राइवर कम अटेंडेंट मौजूद रहेगा।
वैन में 137 दवाईयां के साथ होगी रेबीज की वैक्सीन
वेटरनरी वैन में हर वक्त 137 दवाईयां ,इंस्ट्रमेंट ,एक फ्रिज जिसमें रेबीज की वैक्सीन रहेगी। इसके अलावा अलग-अलग तरीकों की वैक्सीन भी हमेशा उपलब्ध रहेंगी। जिन्हे कम तापमान में रखा जाता है। इस वैन में एक छोटी सी लैब की सुविधा भी दी गई है। इससे मौके पर ही ब्लड सैंपल लेकर रोग का इलाज किया जा सकेगा।वैन में एक छोटी सर्जिकल टेबल और पैक मौजूद है । इसकी मदद से माइनर ऑपरेशन भी फील्ड में किया जा सकेगा। एक तरह से ये पूरा चलता –फिरता हॉस्पिटल है।
जयपुर जिले में 28 वैन रहेंगी मौजूद
रोगी पशुओं के लिए राजस्थान में कुल 536 वैन की सुविधा दी गई है। जिसमें 28 वैन जयपुर जिले में मौजूद रहेंगी वर्तमान में राजस्थान में पशुओं की संख्या अलगभग 5. 67 करोड़ है। मोबाइल वेटरनरी यूनिट के डायरेक्टर डॉ संदीप अग्रवाल ने बताया कि एक लाख पशुओं पर एक वैन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट के सहयोग होगा वैन का संचालन
मोबाइल वेटरनरी वैन का संचालन सेंट्रल और स्टेट गवर्नमेंट के सहयोग से होगा ।इसके लिए केंद्र 60 प्रतिशत और स्टेट का 40 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी। प्रदेश में 536 मोबाइल वैन प्रत्येक एक लाख पशुओं के लिए होगी इसमें पूरा बजट केंद्र सरकार का है ।85 करोड़ की लागत से यह वैन तैयार की गई है।
राजस्थान में खोले जाएंगे कॉल सेंटर, मिलेगा रोजगार
रोगी पशुओं की शिकायत व उनके निराकरण के लिए राजस्थान में कॉल सेंटर खोल जाएंगे । जहां पर पशुपालक 1962 हेल्प लाइन पर कॉल कर अपने जानवरों की समस्या बता सकेंगे। इसके लिए 16 सौ कर्मचारियों को भी रोजगार मिलेगा।
ये रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ,जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा,सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा, हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य ,मालवीय नगर विधायक कालीचरण सर्राफ सहित पशुपालन विभाग के कई अधिकारी ,कर्मचारी मौजूद रहे।