जयपुर । गर्मी बढने के साथ ही लू-तापघात की सम्भावना को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर प्रथम डॉ. रवि शेखावत ने चिकित्सा अधिकारियों, कर्मचारियों व आमजन को विशेष अहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत के निर्देशानुसार ब्लॉक गोविंदगढ़ में लू ताप घात के लिए मॉक ड्रिल के आयोजन के साथ ही स्टाफ की प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में सीएचओ, चिकित्सक, नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण डॉ. इंद्रा गुप्ता (डिप्टी हैल्थ), डॉ. जे. पी. सैनी (बीसीएमओ, गोविंदगढ़), डॉ. रतन सिंह( जिला कार्यक्रम अधिकारी), डॉ.नरेंद्र सिंह (डीपीसी, एनसीडी), अर्पित भारद्वाज (डीपीओ, एनटीसीपी), सीताराम जाट ने दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में लू ताप घात से बचाव व इलाज हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए।
सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत ने सभी बीसीएमओ को गर्मी के मौसम को देखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं रखने व फील्ड स्टाफ को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि जहां तक संभव हो, तेज धूप में न निकलें, अगर जाना पड़े, तो शरीर पूर्ण तरह से ढ़का हो। धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेअर्पित द या हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़ों का उपयोग करें। बहुत अधिक भीड़, गर्म घुटन भरे कमरों में बैठने से बचें, रेल या बस आदि की यात्रा अत्यावश्यक होने पर ही करें।
प्राथमिक उपचार के तौर पर लू-तापघात से प्रभावित रोगी को तुरंत छायादार जगह व खुली हवा में कपड़े ढ़ीले कर लेटा दें। रोगी को होश मे आने पर उसे ठण्डे पेय पदार्थ, जीवन रक्षक घोल, कच्चा आम का पना दें। रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिए उसके शरीर पर ठन्डे पानी की पट्टियां रखें। इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं, जब तक की शरीर का ताप कम नहीं हो जाता है। उक्त प्राथमिक उपचार के साथ-साथ प्रभावित मरीज को तुरन्त निकट के स्वास्थ्य केन्द्र ले जाएं।