जयपुर। नेट थिएट कार्यक्रमों की श्रृंखला में नाद संस्था द्वारा जंगल में आयोजित “जंगल का अच्छा नागरिक” प्रतियोगिता पर आधारित नाटक ‘गाय और उसका दोस्त बंदर’ का प्रदर्शन ने पर्यावरण संरक्षण, पेड़ लगाने के फायदे, और पानी के महत्व पर जानवरों के माध्यम से संदेश देने का सार्थक प्रयास सफल रहा ।
नेट थिएट के राजेंद्र शर्मा राजू ने बताया कि मिहीजा शर्मा द्वारा लिखित कहानी और रंगकर्मी अनिल मारवाड़ी द्वारा निर्देशित इस नाटक की कहानी में जंगल में एक प्रतियोगिता होती है जिसमें ‘अच्छे नागरिक’ का खिताब जीतने के लिए गाय और बंदर फाइनल राउंड में पहुँचते हैं ।
बन्नू बंदर को लगता है कि गाय यह प्रतियोगिता जीत जाएगी, इसलिए वह गाय से दोस्ती कर उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाता है। जब गाय नदी से पानी पी रही होती है, बंदर उसे नदी में धक्का देने की योजना बनाता है, लेकिन फिसलन की वजह से बंदर खुद ही नदी में गिर जाता है। अंत में, गाय बंदर को बचाती है। इस घटना से बंदर को अपनी गलती का एहसास होता है और वह शर्मिंदा होता है। और अंत में, गौरी गाय प्रतियोगिता जीत जाती है।
नाद संस्था द्वारा यह नाटक ग्रीष्मकालीन बाल नाटय शिविर में तैयार किया गया था, जिसमें बच्चों ने वरिष्ठ रंगकर्मी मनोज स्वामी के साथ मिलकर इसे प्रस्तुत किया। बच्चों ने इस नाटक का भरपूर आनंद लिया और वे मनोज स्वामी के साथ सहज महसूस करते हैं। इस नाटक में रंगमंच के वरिष्ठ रंगकर्मी राजेंद्र शर्मा राजू के साथ अभिनय करने का मौका मिला। बाल कलाकार के रूप में जीवितेश शर्मा, मिहिजा, पीहू कवितेश, अवनि और सागर विनोद गढ़वाल ने अपने अभिनय से जंगल के जानवरों के विभिन्न पात्रों जीवंतता से जी कर अपने अभिनय की छाप से दर्शकों को अपना मुरीद बना लिया।
नाटक में मास्क निर्माण का कार्य बच्चों ने धृति शर्मा के निर्देशन में बनाये। प्रकाश व् संगीत सागर गढ़वाल तथा मंच निर्माण अंकित शर्मा नोनू व् रेनू सनाढ्य का रहा । इस नाटक ने बच्चों को दोस्ती, ईमानदारी और परोपकार के महत्त्वपूर्ण पाठ सिखाए। सभी दर्शकों ने इस नाटक की खूब सराहना की और बच्चों की प्रस्तुतियों को बहुत पसंद किया।