जयपुर। ऑर्गन ट्रांसप्लांट मामले में जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने बुधवार को मैड सफर नाम की कंपनी के डायरेक्टर सुमन जाना व दलाल सुखमय नंदी को कोर्ट में पेश किया, जहां दोनों को जेल भेज दिया गया। पुलिस इस मामले में अरेस्ट अन्य लोगों से लगातार पूछताछ कर अंग तस्करी और प्रत्यारोपण मामले में जानकारी जुटा रही है। फिलहाल पुलिस पूछताछ कर कड़ी से कड़ी जोड़ रही है।
इसके बाद इस मामले में फोर्टिस, मणिपाल और ईएचसीसी अस्पताल के कई डॉक्टरों की गिरफ्तारी संभव है। इस मामले में फरार रांची का दलाल मोहम्मद मुर्तजा अंसारी व राजकमल नायक जो कि इसी कम्पनी में काम करता था उन्हें पकड़ने के लिए प्रयास जारी है।
गौरतलब है कि किडनी ट्रांसप्लांट के लिए जयपुर के फोर्टिस और ईएचसीसी अस्पताल ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए फरीदाबाद, दिल्ली की इसी कंपनी से एमओयू कर रखा था। यह कंपनी दलालों के जरिए बांग्लादेश से किडनी के डोनर व रिसीवर ढूंढ़ती थी। सौदा तय होने के बाद उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए जाते थे और उन्हें जयपुर भेजा जाता था।
ट्रांसप्लांट के लिए रिसीवर से रिकॉर्ड पर सिर्फ आठ से दस लाख रुपए लेना दिखाया जाता था। लेकिन वसूली पच्चीस से तीस लाख रुपए की होती थी। इस मामले में मैड सफर नाम की कंपनी के डायरेक्टर सुमन जाना व दलाल सुखमय नंदी को गिरफ्तार किया गया था।