जयपुर। राजस्थान पुलिस 7 जिलों में अपराधियों और चुनाव को प्रभावित कर सकने वाले संदिग्ध लोगों पर कार्यवाही कर रही है। 16 अक्टूबर से अब तक 45 अवैध पिस्तौल, 25 कारतूस, 63 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और 46 धारदार हथियार बरामद किए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि उपचुनाव वाले 7 विधानसभा क्षेत्रों और सम्बंधित जिलों में अपराध नियंत्रण के साथ ही कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आदर्श चुनाव आचार संहिता की प्रभावी पालना के क्रम में पुलिस अभियान के तहत अवैध हथियारों तथा वांछित अपराधियों की धरपकड़, लाइसेंसी हथियारों को जमा करने तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पाबंद करने की कार्यवाही कर रही है।
सम्बंधित जिलों से स्थानीय पुलिस द्वारा 15 अक्टूबर को आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से 7 नवम्बर तक की अवधि में 7 जिलों में कुल 21,588 व्यक्तियों को विभिन्न अवांछित गतिविधियों के कारण पाबंद किया गया। कुल 4,280 व्यक्तियों को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 की धाराओं 126, 127, 129 एवं 170 के तहत पाबंद किया है। इसी प्रकार, 17,308 व्यक्तियों को संहिता की उक्त धाराओं के साथ ही धारा 128 और 135(3) के तहत पाबंद किया गया है। 7 विधानसभा क्षेत्रों में किसी भी स्थान से अभी तक चुनावी हिंसा अथवा अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उत्पीड़न संबंधी कोई सूचना या शिकायत नहीं मिली है.
विभिन्न पुलिस थानों में 18,088 लाइसेंसी हथियार जमा
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आम सुरक्षा की दृष्टि से 7 जिलों के विभिन्न पुलिस थानों में कुल 18,554 लाइसेंसशुदा हथियारों में से 18,088 हथियार जमा करवाए गए हैं। साथ ही, 18 लाइसेंसी हथियार को जब्त किया गया है। वर्तमान में उपचुनाव क्षेत्रों में 34 अंत:राज्य और 15 अंतर्राज्यीय पुलिस नाकों सहित कुल 49 स्थानों पर निगरानी की जा रही है। निर्वाचन विभाग द्वारा चुनावी क्षेत्रों के लिए नियोजित 58 उड़न दस्ते (फ्लाइंग स्क्वाड) और 58 स्थैतिक टीमों (एसएसटी) सहित कुल 116 सतर्कता दल भी सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं।
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