जयपुर। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में लगातार 5वीं बार ब्याज दरों बदलाव नहीं किया है। शुक्रवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा की । इनमें आरबीआई की ब्याज दरों को 6.5% पर यथावत रखा है। यानी लोन महंगे नहीं होंगे और ईएमआई भी नहीं बढ़ेगी। इस पूरे साल में केवल एकबार फरवरी रेपो रेट की दर 0.25% बढ़ाकर 6.5% की थी। इसके साथ आरबीआई ने हैल्थ और एजुकेशन के क्षेत्र में यूपीआई से भुगतान की सीमा 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दी है।
अब क्रेडिट कार्ड, म्यूचल फंड, इंश्योरेंस के भुगतान यूपीआई से करने की सीमा 15 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है। आरबीआई ने फिनटेक रिपोजिटरी स्थापित करने की घोषणा की है। आरबीआई भारत में फाइनेंशियल सेक्टर के लिए डेटा सिक्योरिटी और गोपनीयता बढ़ाने के लिए क्लाउड फैसिलिटी स्थापित करेगा।
फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि आरबीआई ने ब्याज दर नहीं बढ़ाकर सही कदम उठाया है, शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में यूपीआई से भुगतान की सीमा बढ़ाने से डिजिटल ट्रांजेक्शन को प्रोत्साहन मिलेगा। फिनटेक रिपोजिटरी और डेटा सिक्यूरिटी के लिए क्लाउड फैसिलिटी की घोषणा स्वागत योग्य है।