June 21, 2025, 6:20 pm
spot_imgspot_img

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर ठाकुर जी ने धारण की सफेद धोती, श्रद्धालुओ ने किए जलयात्रा झांकी के दर्शन

जयपुर। गोविंद देव जी मंदिर में ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में ठाकुर श्री का ज्येष्ठाभिषेक किया गया। जिसके पश्चात साढ़े 12 बजे से 1 बजे तक श्रद्धालुओं ने जलयात्रा की विशेष झांकी के दर्शन किए।सफेद रंग की धोती और दुपट्टा धारण कर ठाकुर श्रीजी और राधा रानी का सुंगधित जल से अभिषेक किया गया। जय निवास उद्यान से निकल रहे ज्येष्ठाभिषेक के जल को श्रद्धालु बोतल में एकत्रित कर अपने घर ले गए।

इसे पूर्व राजभोग के बाद ठाकुर जी को फूलों से बनाया विशेष मुकुट धारण कराया गया। अन्य अलंकार भी धारण कराए गए। ठाकुर री जी को पांच तरह के ऋतु फल,पांच तरह का दाल भिगोना, ठंडाई, शर्बत, आमरस, कचोरी, मिठरी, लड्डू, सलोनी का भोग लगाया गया।

119 किलो सामग्री से तैयार हुआ पंचामृत

ज्येष्ठ पूणिमा के अवसर पर ठाकुर जी के भोग के लिए बाद 60 किलो दूध,40 किलो दही,15 किलो बूरा,2 किलो घी,2 किलो शहर,एक किलो केसर को जल में घोल कर पंचामृत तैयार किया गया। उस जल से ठाकुर का अभिषेक हुआ। श्रीजी की आरती के बाद भक्तों को पंचामृत प्रसाद वितरित किया गया। ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। जिसके पश्चात शाम को संध्या झांकी आकर्षण का केंद्र रहीं।

ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार का वेद मंत्रोंच्चार के साथ किया अभिषेक

ज्येष्ठ पूर्णिमा के पावन अवसर पर सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित श्री शुक सप्ररदाय की प्रधान पीठ श्री सरस निकुंज के साथ अन्य प्रमुख मंदिरों में ज्येष्ठ पूर्णिमा उत्सव भक्तिभाव से मनाया गया। जिसमें सैकड़ो श्रद्धालुओं ने ठाकुर श्रीजी के दर्शन किए और दिन भर मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लगा रहा। इस अवसर पर मंदिर प्रांगण को रंग-बिरंगे ऋतु पुष्पों से सजाया गया। सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सानिध्य में ज्येष्ठ पूर्णिमा का उत्सव मनाया गया।

इस अवसर पर श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि सुबह ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार का वेद मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई गई। ऋतु पुष्पों से आकर्षक श्रृंगार किया गया। दोपहर को ठाकुरजी किशोरजी संग केवड़ा जल, गुलाब जल मिले यमुना जल के फव्वारे में काफी देर तक भीगते रहे। इस दौरान ठाकुरजी को शुक संप्रदाय के पूर्ववर्ती आचार्यों द्वारा लिखित पद गायन कर रिझाया गया।

करे जल केलि हिलमिल के बिहारी राधे प्यारी है…, जुगलवर जल केलि करे…. बिहरत जल विहार पिच प्यारी चलत हजारे अमित फव्वारे मनु बरसत घन भारी, भीग रहे आनंद में भीने ग्रीष्म ताप निवारी…जैसे पदों का गायन कर ठाकुरजी से प्रार्थना की गई कि जीव मात्र प्रचंड गर्मी से तप रहा है, अब कृपा कर सभी को शीतलता प्रदान करो।

जल विहार के बाद ठाकुरजी की पोशाक बदली गई। आम, फालसा, तरबूज, खरबूज, लीची सहित विभिन्न फलों और मिष्ठ व्यंजनों का भोग लगाया गया। इस मौके पर ठाकुरजी के गर्भगृह को हरित पत्तियों और फूलों से मंडप के रूप में सजाया गया। बड़ी संख्या में भक्तों ने ठाकुरजी की विशेष झांकी के दर्शन किए।

यहां भी मनाया गया ज्येष्ठ पूर्णिमा उत्सव

ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदर जी मंदिर महंत मलय गोस्वामी के सानिध्य में पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर ठाकुरजी को नवीन पोशाक धारण कराई गई और ऋतु फलों का भोग लगाया गया। वहीं पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी मंदिर में भी महंत सिद्धार्थ गोस्वामी के सानिध्य में महिलाओं ने भक्तिभाव से मंगल गीत गाए। जगतपुरा स्थित श्री कृष्ण बलराम मंदिर में ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक किया गया।

जिसके पश्चात मंदिर प्रांगण में हरे नाम कीर्तन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ठाकुरजी का फूलों से मनारेम श्रृंगार किया गया। रामगंज बाजार के लाड़लीजी मंदिर में महंत संजय गोस्वामी के सान्निध्य में ज्येष्ठ पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। ठाकुरजी को फलों का भोग लगाया गया।

महिलाओं ने की वट वृक्ष की परिक्रमा:

वट पूर्णिमा पर महिलाओं ने अल सुबह पवित्र जल से स्नान कर समूह में रहकर वट वृक्ष की पूजा की। वट वृक्ष को जल अर्पित कर हल्दी-कुमकुम का तिलक लगा कर परिवार के लिए सुख- समृद्धि की कामना की। जिसके पश्चात महिलाओं ने समूह में सावित्री और सत्यवान की कथा सुनी और आल धागे से वट वृक्ष के चारों ओर सात बार परिक्रमा की। घर पहुंचने के बाद महिलाओं ने पूजा के बचे हुए जल से अपने घर पर छिटे मारे और बड़े -बुजुर्गो का आशीर्वाद लिया।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

25,000FansLike
15,000FollowersFollow
100,000SubscribersSubscribe

Amazon shopping

- Advertisement -

Latest Articles