एएनटीएफ और एटीएस ने पकड़ा पच्चीस हजार रुपये का इनामी बदमाश

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जयपुर। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) और आतंकवाद निरोधक दस्ता राजस्थान जयपुर (एटीएस) टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए पच्चीस हजार रुपए का शातिर इनामी बदमाश गिरफ्तार किया है। आरोपित जागरण के कार्यक्रम में अपने घर आया हुआ था। इस दौरान दबिश देकर आरोपी को धर-दबोचा गया। एटीएस की टीम ने आरोपित को बाड़मेर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। आरोपित के खिलाफ बाड़मेर और राजस्थान के कई जिलों में मामले दर्ज हैं। आरोपित घारिया गैंग और उसके बाद केशर कालवी ग्रुप बनाकर अपराधों के ठेके लेता था।

एटीएस पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विकास कुमार ने बताया कि आरोपित अजय सिंह उर्फ अर्जुन सिंह निवासी चौहटन जिला बाड़मेर को गिरफ्तार किया है। आरोपित के खिलाफ कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपित मूल रूप से फाइनेंस कंपनियों के लिए रिकवरी,मारपीट, लूटपाट,शराब तस्करी करता हैं।

जिसने पिछले छह साल से अपने इलाके में दहशत मचा रखी थी। पुलिस जब आरोपी के पीछे लगी तो अलग-अलग जगहों पर शरण ली। जिससे वह पुलिस से बचता रहा। आरोपी पर बाड़मेर एसपी ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था।

आरोपित अजय सिंह ने रंगदारी और कब्जे करने को बिल्कुल कॉर्पोरेट स्टाइल में धंधा चला रखा था। पहले घारिया गैंग और उसके बाद केशर कालवी ग्रुप बनाकर अपराधों के ठेके लेता था। गैंग में इंटरव्यू लेकर सदस्य चुने जाते थे। वर्तमान में गैंग में कुल 64 सदस्य हैं, जिनमें कई कुख्यात इनामी बदमाश है। गैंग मारपीट का बदला लेना, भूखंडों पर कब्जा कराने और फाइनेंस कंपनी के वाहन जब्त करने जैसे कामों की प्री-बुकिंग कर एडवांस पेमेंट लेकर काम करता था।

एडवांस पेमेंट के बाद गैंग के अलग-अलग शाखाओं को कमीशन पर काम देकर कराया जाता था।एटीएस व एएनटीएफ ने अपराधी अजय को अपने रडार पर ले लिया। पुलिस का बढ़ता दबाव देखकर आरोपी गुजरात भाग गया और समय-समय पर अपने स्थानीय परिचितों के यहां आकर अपनी गैंग चला रहा था। एटीएस व एएनटीएफ की टीमें लगातार उसका पीछा कर रही थी। पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी के परिवार में एक जागरण का कार्यक्रम है, जिसमें वह आने वाला हैं। दो दिन से टीम डेरा डाल कर बैठी रहीं। आरोपी के आने पर उसे पुलिस टीम ने पकड़ लिया।

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