जयपुर। अक्षय तृतीया पर बुधवार को शहर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आतंकवाद उन्मूलन संकल्प के साथ ब्राह्मण समाज और सर्व समाज के लोगों ने भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया एवं पहलगाम में मृतक देश के सपूतों को श्रद्धांजलि के बाद पूजन कार्यक्रम शुरू हुआ।
पूजन समिति के अध्यक्ष और विप्र महासभा के संस्थापक सुनील उदेईया ने स्वागत भाषण में कहा कि भगवान परशुराम ने आतंक और अन्याय को समाप्त किया था और आज हम सब देशवासी मिलकर देश के प्रधानमंत्री को ताकत दे कि आतंक पर जोरदार प्रहार करे। साथ ही उपस्थित हज़ारो लोगो ने सभागार में आतंकवाद मुर्दाबाद व पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा कर आक्रोश व्यक्त किया । पूजन समारोह को संबोधित करते हुए सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि भगवान परशुराम शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता थे और आज युवाओं को उनके मार्ग पर चलने की आवश्यकता है।
विधायक बालमुकुंद महाराज ने कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए हम सब को एकजुट होना है और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे पर जिन लोगों के पेट में दर्द हुआ है उनको सारी जनता देख रही है । समारोह में धन्यवाद अनिल चतुर्वेदी अध्यक्ष परशुराम सेना ने दिया और प्रदेश में पंचायत चुनाव में ईडब्ल्यूएस वर्ग को सीट आरक्षित करने की बात रखी।
प्रदेश स्तरीय पूजन समारोह के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी व विशिष्ट अतिथि विधायक बालमुकुंद शर्मा, विधायक गोपाल शर्मा, पूर्व सांसद रामचरण बोहरा, विधायक कालीचरण सर्राफ़, आदर्श नगर प्रत्याशी रवि नैयर, जयपुर शहर की मेयर डॉ सौम्या गुर्जर के साथ ही ब्राह्मण समाज के विभिन्न संगठनों के अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण महासभा के पंडित सुरेश मिश्रा, देवस्थान बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और राजस्थान ब्राह्मण महासभा के संरक्षक एसडी शर्मा, हरियाणा ब्राह्मण सभा के बिरदी चंद शर्मा , गौड़ सनाढ्य फाउंडेशन के अनुराग शर्मा, सोबर के अध्यक्ष डॉ शिव गौतम, विप्र महासभा के संरक्षक नटवर लाल शर्मा , विप्र सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सर्वेश शरण जोशी , विप्र महासभा के प्रदेश अध्यक्ष योगेन्द्र भारद्वाज ख़ांडल सभा के अनिल ख़ांडल, गौड़ ब्राह्मण महासभा के विजय हारीतवाल , अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के एलडी शर्मा, अंतरराष्ट्रीय महासंघ के पंकज थोई, यूथ विंग के जितेश शर्मा, और समाज के कई प्रशासनिक, पुलिस, चिकित्सा अधिकारियों सहित गणमान्य जन मौजूद रहे साथ ही अन्य राजपूत समाज, अग्रवाल समाज, कायस्थ समाज, सहित अन्य समाज के प्रतिनिधि मौजूद रहे ।