जयपुर। बिंदायका थाना इलाके में अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर बिजनेसमैन के सुसाइड में नया मोड़ आ गया है। सुसाइड के दूसरे दिन ही आरएस मुक्ताराव व मृतक के पिता के बीच 40 लाख रुपए में राजीनामा हो गया। इस राजीनामे के बाद पिता ने बताया कि आरएस मुक्ताराव पहले 10 लाख दे देती तो आज मेरा बेटा जिंदा होता। बिंदायका थाने में मृतक के पिता ने मुकदमा वापस लेने के लिए एप्लिकेशन दी। हालांकि, बिंदायका थाना पुलिस की ओर से दर्ज मुकदमें में जांच जारी है।
मृतक के पिता भानुप्रताप की ओर से बिंदायका थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला शुक्रवार (18 अप्रैल) शाम दर्ज कर लिया गया था। इसके बाद 18 अप्रैल की देर रात आरएस मुक्ताराव और मृतक के पिता भानुप्रताप के बीच मीटिंग में 40 लाख रुपए में राजीनामा हो गया। राजीनामा होने पर भानुप्रताप की ओर से दर्ज मामले को वापस लेने के लिए लिखित एप्लिकेशन दी गई।
एप्लिकेशन में लिखा कि18 अप्रैल को आपके पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था, जो कि मैं पूर्ण जानकारी के अभाव में जल्दबाजी में दर्ज करवाया था। मेंरे द्वारा उक्त प्रकरण में मैं पुलिस द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाही नहीं चाहता हूं। उक्त प्रकरण को मैं बिना किसी दबाव, भय, नसे-पते के पूर्ण होश हवास में अपनी स्वेच्छा से वापस ले रहा हूं। अत: आपसे निवेदन है कि उक्त प्रकरण में मैं अथवा मेरा परिवार भविष्य में कोई कार्यवाही नहीं चाहते है।
पिता भानुप्रताप का कहना है कि शाम को बिंदायका थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी। देर रात प्रकरण को लेकर आरएस मुक्ताराव के पक्ष से राजीनामा हो गया। जो हमारा पैसा निकला तो वह उन्होंने दे दिया। सुबह करीब 5 बजे 40 लाख रुपए कैश देकर गए।