जयपुर/उदयपुर । देश की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड भारतीय जिंक निर्माण परिदृश्य में परिचालन उत्कृष्टता को आगे बढ़ाने में अपने वृहद इंजीनियरिंग प्रतिभाओं के अमूल्य योगदान से गौरवान्वित है। खनन, धातु विज्ञान, रसायन, यांत्रिक, सुरक्षा, सिविल और आईटी जैसे क्षेत्रों में हजारों इंजीनियरों के साथ, हिंदुस्तान जिंक, जिंक और संबंधित उद्योगों में भारत की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
हिंदुस्तान जिंक में परिचालन हेतु युवा इंजीनियरों को उत्पादकता, स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ाने वाली उन्नत तकनीकों का लाभ उठाने का अवसर देती है। ऐसी तकनीकी प्रगति से प्रेरित होकर हिंदुस्तान जिंक इस क्षेत्र से जुड़े शारीरिक श्रम को खत्म कर रहा है और एक स्थायी और मानकीकृत कार्य अनुभव का निर्माण कर रहा है। ये इंजीनियर विश्व स्तरीय सुविधाओं की देखरेख करते हैं, जिनमें चंदेरिया में विश्व का सबसे बड़ा जिंक-लेड स्मेल्टर, रामपुरा आगुचा में विश्व की सबसे बड़ी भूमिगत जिंक खदान और सिंदेसर खुर्द में विश्व की शीर्ष तीन चांदी उत्पादक खदानों में से एक शामिल है।
देबारी में भारत के पहले जिंक स्मेल्टर और जावर में दुनिया की सबसे पुरानी जिंक खदान के संचालन का प्रबंधन भी करते हैं, जो हिंदुस्तान जिंक को जिंक और सिल्वर उत्पादन में वैश्विक नेतृत्व की स्थिति में पहुंचाने में उनकी भूमिका को रेखांकित करता है। हिंदुस्तान जिंक की परिचालन विशेषज्ञता शीर्ष स्तरीय प्रदर्शन को बढ़ावा देती है और उच्चतम गुणवत्ता वाले जिंक का कुशल उत्पादन सुनिश्चित करती है।
वैश्विक प्रौद्योगिकी प्रदाताओं और नवोन्मेषी स्टार्टअप के साथ सहयोग कर, कंपनी अपने कर्मचारियों को अत्याधुनिक कौशल और गहन डोमेन ज्ञान से लैस करती है स्मेल्टिंग की सुविधाओं में स्ट्रैपिंग रोबोट की तैनाती और माइनिंग में 3डी मैपिंग तकनीक सटीक सामग्री हैंडलिंग और सुरक्षित निष्कर्षण प्रक्रिया सुनिश्चित करती है, जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है। ये नवीन प्रगति भारत के मजबूत विकास और विकास को आगे बढ़ाने के लिए जिंक निर्माण में परिचालन उत्कृष्टता के लिए हिंदुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और पूर्णकालिक निदेशक अरुण मिश्रा ने कहा कि, हिंदुस्तान जिंक को इंजीनियरों के असाधारण कार्य को मान्यता देने पर गर्व है, जिन्होंने उत्कृष्टता के लिए अपनी प्रतिबद्धता और चुनौतियों को दूर करने की अपनी क्षमता का लगातार प्रदर्शन किया है। हमारे इंजीनियर प्रतिबद्ध हैं और खनन और बुनियादी ढांचे के विकास के भविष्य को आकार देने की ओर अग्रसर हैं, जो सीधे भारत की जीडीपी और आर्थिक आत्मनिर्भरता में योगदान दे रहे हैं। हिंदुस्तान जिंक नवाचार और दक्षता पर केंद्रित है जो भारत के जीडीपी के विकास में योगदान दे रहा है कंपनी व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास को समर्थन देते हुए जिम, स्वास्थ्य केंद्र और खेल परिसर जैसी विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान कर कर्मचारी कल्याण को प्राथमिकता देती है।
वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी चांदी उत्पादक है। कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जिंक बाजार में इसकी हिस्सेदारी लगभग 75 प्रतिशत है। हिंदुस्तान जिंक को एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2023 द्वारा धातु और खनन श्रेणी में विश्व की सबसे सस्टेनेबल कंपनी के रूप में मान्यता दी गई है, जो इसकी परिचालन उत्कृष्टता, नवाचार और अग्रणी ईएसजी प्रथाओं को दर्शाता है। कंपनी ने इकोजेन एशिया का पहला कम कार्बन ग्रीन जिंक ब्रांड भी लॉन्च किया।
अक्षय ऊर्जा के उपयोग से उत्पादित, इकोजेन का कार्बन फुटप्रिंट प्रति टन जिंक के उत्पादन में 1 टन से भी कम कार्बन समतुल्य है अपने केंद्रित सामाजिक कल्याण पहलों के माध्यम से 1.9 मिलियन लोगों के में सकारात्मक बदालाव लाने वाली हिंदुस्तान जिंक भारत की शीर्ष 10 सीएसआर कंपनियों में से एक है। धातु और खनन उद्योग में एक विश्व नेता के रूप में, हिंदुस्तान जिंक एक स्थायी भविष्य के लिए वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण धातुएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण है।