जयपुर। पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हुए श्रीमाधोपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर राकेश यादव उर्फ राकेश लिसाडिया ने रुपए नहीं देने पर एक ज्वैलर को मौत के घाट उतारने की पूरी तैयारी कर ली थी। रुपए नहीं देने पर हिस्ट्रीशीटर ने ज्वैलर के घर और उसके कार्यालय पर पर दो बार फायरिंग करवा चुका था। हिस्ट्रीशीटर ने ज्वेलर को पूरी तरह से परेशान कर रखा था।
पुलिस की गिरफ्त में आए एक लाख रुपए का इनामी हिस्ट्रीशीटर राकेश यादव (32) को शुक्रवार शाम एसएमएस अस्पताल से छुट्टी मिल गई। पुलिस से भागते समय उसके पैर में गोली लगी थी। ज्वेलर को तीन मई को भी जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसके बाद 9 मई को फिर कॉल कर धमकाया कि तीन दिन का समय दिया जा रहा है, रुपए दे देना। वरना पहले दो बार बच गया है, अबकी बार नहीं बचेगा। इसके बाद पुलिस ने तेरह मई बदमाश को डिब्रूगढ़ (असम) से गिरफ्तार कर लिया।
विद्याधर नगर थानाधिकारी राकेश ख्यालिया ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हुए श्रीमाधोपुर थाने के हिस्ट्रीशीटर राकेश यादव उर्फ राकेश लिसाडिया को हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई है। विद्याधर नगर थाने की स्पेशल टीम बदमाश राकेश यादव से पूछताछ करने में जुट गई है। 1 लाख का इनाम हिस्ट्रीशीटर राकेश तीन साल पहले जमानत पर छूटने के बाद फरार था। आरोपी फरारी के दौरान नेपाल, कोलकाता, असम सहित राजस्थान में भी अलग-अलग ठिकानों पर छिपता रहा था। पिछले तीन सालों में फरारी के दौरान हिस्ट्रीशीटर राकेश ने कई बिजनेसमैन को धमकाकर रंगदारी वसूली है। रंगदारी नहीं देने पर अपने गुर्गों से फायरिंग करवाने के साथ प्लानिंग कर हत्या तक करवाई।