जयपुर। विद्याधर नगर स्थित सेक्टर आठ के शॉपिंग सेंटर के पास सोमवार को कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कलश यात्रा शिव मंदिर से गाजेबाजे के साथ रवाना हुई। बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। कथा व्यास बग्गी पर विराजमान थे। विभिन्न मार्गों से होते हुए कलशयात्रा कथा स्थल पहुंची। प्रथम दिन की कथा में व्सासपीठ से पंडित उमेश व्यास ने कथा के महात्म्य का श्रवण करवाया।
उन्होंने कहा कि किसी भी चीज के महत्व को जाने बिना उससे प्रेम नहीं होता है। इसलिए भागवत का श्रवण किए बिना उनके प्रति धारणा नहीं बन सकती। ईश्वर अंश जीव अविनाशी है। हम अमृत की संतान हैं जो सदा अमर है। हम भी अविनाशी हैं लेकिन मरने से सदा डरते हैं। सात दिन की कथा सुन कर जिस प्रकार से राजा परीक्षित निर्भय हो गए थे वैसे ही श्रीमद् भागवत सप्ताह परायण सुनकर मृत्यु के भय से मुक्त हो जाता है। रामचरितमानस हमें जीना सिखाती है और श्रीमद् भागवत कथा हमें मरना सिखाती है।