जयपुर। शुकदेव जी महाराज के जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में दरीबा पान सुभाष चौक स्थित आचार्य पीठ श्री सरस निकुंज में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में शुक्रवार को धु्रव चरित्र, प्रहलाद चरित्र और भगवान के विभिन्न अवतारों की कथाओं पर सारगर्भित प्रवचन हुए। कथा के प्रारंभ में श्री शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज ने व्यासपीठ और भागवत जी की आरती उतारी।
व्यासपीठ से मदन मोहन दास महाराज ने भगवान के नृसिंह और वराह अवतार की कथा का श्रवण करवाते हुए कहा कि अवतार का प्रयोजन संसार में सद् प्रवृतियों का संवद्र्धन और दुष्प्रवृतियों का उन्मूलन रहा है। संसार में जिस प्रकार का संकट आता है भगवान उसी अनुरूप अवतार लेकर धरा धाम पर पधारते हैं और धरती को पाप के भार से मुक्त करते हैं।
प्रहलाद और ध्रुव चरित्र की कथा के दौरान उन्होंने कहा कि भगवान की भक्ति का आसरा लेने वाले भक्त की हर विपदा भगवान टालते है । श्री सरस निकुंज के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि शनिवार को राम जन्मोत्सव के बाद नंदोत्सव मनाया जाएगा।