जयपुर। शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना के लिए मिट्टी के कुंडों में उगाए गए ज्वारों को लोगों ने मंदिरों में या बड़-पीपल के वृक्ष के नीचे रख दिया है। जगह-जगह मंदिरों में कुुंडों के ढेर देखे जा सकते हैं। अखिल विश्व गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने राजधानी के विभिन्न स्थानों से इन कुंडों को एकत्र कर साफ किया और पक्षियों के लिए परिंडे के रूप में रख दिया।
गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी, वेदना निवारण केन्द्र मानसरोवर, गायत्री चेतना केन्द्र दुर्गापुरा, गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बड़ी संख्या में कुंडों को परिंडे में बदला। मुरलीपुरा की शंकर विहार कॉलोनी के नव दुर्गा पार्क में करीब दो दर्जन कुंडे शंकर पार्क से एकत्र कर साफ किए और पार्क की दीवारों पर परिंडे के रूप में रखे। श्रवण लाल सैनी, मानसिंह चौधरी, विनोद सैनी, शंकर लाल जोशी, तरुण कुमावत, अरविंद चौधरी सहित अन्य ने इस कार्य में सहयोग किया।
गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लोगों से निवेदन किया कि वे कुंडे का पक्षियों के लिए परिंडे के रूप में तथा कलश को पक्षीघर के रूप में काम में लें ताकि मंदिरों और वृक्षों के आसपास कुंडों का ढेर नहीं लगे।