जयपुर। मानसरोवर थाना पुलिस ने बिल्डर को वॉट्सऐप कॉल कर 50 लाख रुपए की मांग करने वाली गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि 15 अप्रैल को बिल्डर योगेश सैनी के मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल आया था। इसमें बदमाशों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। 50 लाख रुपए की मांग की थी। इस पर पीड़ित ने मानसरोवर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी।
इस मामले में साइबर सेल के कॉन्स्टेबल राकेश ने वर्चुअल नंबर के आईपी एड्रेस को ट्रेस किया। वर्चुअल नंबर में जिस आईपी एड्रेस पर उपयोग किया गया। उस मोबाइल की सिम की लोकेशन ट्रेस की गई। जो हिमाचल प्रदेश के शिमला की थी। जिस पर एएसआई रामवीर और उनकी टीम को शिमला रवाना किया गया। यहां से आरोपी ऋषम शर्मा निवासी जबलपुर मध्यप्रदेश , उसके सहयोगी शिवम जांगिड़ (22) इस्लामपुर झुंझुनूं, दीपक कुमार आल्हा (21) निवासी झुंझुनूं को पकड़ा गया।
एक अन्य आरोपी विंकल अरोड़ा मूलतरू श्रीगंगानगर का रहने वाला जो कि वर्तमान मानसरोवर में रह रहा था को पकड़ा है। चारों बदमाशों ने अपना गुनाह कबूल किया। ऋषभ शर्मा मध्यप्रदेश के गोसलपुरा में फायरिंग का भी आरोपी है। पूछताछ में सामने आया कि ये गैंग फर्जी सिम लेकर जयपुर के बिजनेसमैन की धमकी दे रही थी। ऋषभ शर्मा पीड़ित बिल्डर का पार्टनर भी रही चुका है।
पूछताछ में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी ऋषभ फायरिंग के मामले फरार है। जो जयपुर में अन्य आरोपी राज सिसोदिया, विंकल अरोड़ा के पास रहकर फरारी काट रहा था। राज सिसोदिया और विकल अरोड़ा ने ही ऋषभ शर्मा को धमकी देकर फिरोती मांगने के लिए कहा था। ऋषभ शर्मा तैयार हो गया। इसके बाद आरोपी ऋषभ शर्मा, राज सिसोदिया, विंकल अरोड़ा ने जयपुर में पैसे वालों को धमकी देने की योजना बनाई। आरोपी विंकल अरोड़ा को जयपुर के पैसे वाले लोगो की जानकारी व नम्बर उपलब्ध करवाने का काम दिया गया।
आरोपी राज सिसोदिया व ऋषभ शर्मा ने फर्जी सिम का इंतजाम करने की प्लानिंग की। इसके लिए आरोपी राज सिसोदिया व ऋषभ शर्मा ने अपने जानकार जांगिड़ व दीपक आल्हा से सम्पर्क कर योजना के बारे में बताया। शिवम जांगिड़ ने दीपक आल्हा ने नाम से सिम राज सिसोदिया व ऋषभ शर्मा को उपलब्ध करवा दी। इसके बाद ऋषभ शर्मा विंकल अरोड़ा के प्रोपर्टी के ऑफिस में बैठकर पैसे वाले लोगों को धमकी देता था।