जयपुर। पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि बिजली के स्मार्ट मीटर के नाम पर प्रदेश की भाजपा सरकार बड़ा स्मार्ट भ्रष्टाचार करने जा रही है । अभी इस वक्त पूरे प्रदेश में बिजली के इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगे में जब यह इलेक्ट्रॉनिक मीटर खराब ही नहीं है तो नया स्मार्ट मीटर फ्री में क्यों लगाना चाहती हैं।
भाजपा सरकार इसके पीछे मकसद क्या है सिर्फ एक मकसद है पांच या 10000 करोड़ की जो मीटर खरीदे जाएंगे। उनमें स्मार्ट भ्रष्टाचार होगा। आखिर भाजपा सरकार को अचानक फ्री में स्मार्ट मीटर लगाने की जरूरत क्यों पड़ी। भाजपा की सरकार फ्री में जहर नहीं बांटती और आज भाजपा की सरकार कह रही है हम उपभोक्ताओं को फ्री में स्मार्ट मीटर लगाएंगे।
कांग्रेस उपभोक्ताओं से अपील करती है यदि आपका मीटर सही है तो अपने घर पर स्मार्ट मीटर मत लगने दीजिए। यह फ्री में नहीं आ रहा है जनता की खून पसीने की कमाई है जो टैक्स के रूप में राज्य सरकार को मिलती है।
उसे हजारों करोड़ की स्मार्ट मीटर खरीद कर प्रदेश के एक करोड़ से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं के घरों पर लगाए जाएंगे। इससे आम बिजली उपभोक्ता की जब कटेगी। यह स्मार्ट मीटर हवा से भी चलेगा, दूसरी तरफ बड़ी कंपनियों को जीनस जैसी कंपनियों को यह ठेका दिया गया है, बड़ा लाभ होगा इसमें अधिकारी और सरकार के बड़े नेता सब में भारी कमीशन का खेल चल रहा है ।
पहली बार ऐसा हो रहा है प्रदेश में जब इतनी बड़ी तादाद में फ्री में मीटर लगाने की तैयारी की जा रही है। पहले इलेक्ट्रॉनिक मीटर लेकर आए और अब किसी ने बड़ा स्मार्ट दिमाग लगाकर कमीशन में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल खेलने के लिए स्मार्ट मीटर बना दिया। यह स्मार्ट मीटर प्रदेश में बिजली के उपभोक्ताओं की जेब काटेगा बड़े नेताओं और अफसर और बड़े उद्योगपतियों को बड़ा पैसा उपलब्ध कराएगा।
लेकिन इससे राजस्थान को कोई फायदा नहीं होगा। यदि किसी के भी घर पर भाजपा की सरकार स्मार्ट मीटर जबरन लगाएगी तो कांग्रेस पार्टी जनता की जेब काटने वाले भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले प्रदेश के खजाने को चूना लगाने वाले स्मार्ट मीटर को जबरन लोगों के घरों पर नहीं लगाने देगी।