जयपुर। कार्तिक शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन पवित्र नदी में स्नान करते हैं और उसके बाद दान करते हैं । इस दिन व्रत रखकर श्री हरि विष्णु,माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा और सत्यनारायण भगवान की कथा करते हैं।
पंडित श्री कृष्ण चंद्र शर्मा ने बताया कि इस बार कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि 05 नवंबर बुधवार को सायंकाल 06:50 बजे तक रहेगी और सिद्धि योग सुबह 11:28 तक रहेगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा का पावन पर्व 05 नवंबर बुधवार को मनाया जाएगा।
इस दिन स्नान—दान के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त प्रात:काल 06:36 बजे से लेकर सुबह 09:22 बजे तक रहेगा। इस दौरान स्थिर लग्न भी रहेगा । इस दिन देव लोक से देवी-देवता धरती पर दिवाली मनाने काशी के घाट आते हैं । पद्म पुराण के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु ने राक्षस हयग्रीव से वेदों की रक्षा के लिए अपना मत्स्यावतार लिया था और भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था।




















