जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन राव भागवत तीन दिवसीय राजस्थान दौरे पर शुक्रवार को विशेष विमान से सांगानेर एयरपोर्ट पहुंचे। जहां से वो सीधे भारती भवन पहुंचे और आरएसएस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। आरएसएस मई में राजस्थान भर में 12 स्थानों पर प्रशिक्षण कक्षाएं आयोजित कर रहा है, जिसमें विभिन्न आयु वर्ग के 4 हजार से अधिक स्वयंसेवकों के भाग लेने की उम्मीद है। मोहन भागवत और आरएसएस के सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसबोले भी प्रशिक्षण सत्रों के दौरान संघ स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन करेंगे।
शनिवार को डॉ मोहन राव भागवत सीकर रोड स्थित श्री रवि नाथ कुंज आश्रम पहुंचे और संत रविनाथ महाराज की अष्टम पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में बोले कि संतों के सानिध्य में तन-मन की बैटरी रिचार्ज हो जाती है। इसीलिए वे जब भी आवश्यक्ता अनुभव करते हैं तो तुरंत किसी संत के पास पहुंच जाते हैं।
भागवत ने कहा कि जब वे पहली बार संत रविनाथ महाराज से मिले तो उन्होंने मन को ही पढ़ लिया। जो कुछ मन में था, बिना पूछे ही उसका जवाब दे दिया। पहली बार में इतना स्नेह दिया कि मैं भाव विभोर हो गया। बाद में जब भी अवसर मिला उनसे मिलने आता रहा। आज उनकी शारीरिक अनुपस्थिति हम सभी को खल रही है, मगर उनका विचार शरीर हमारा सदैव मार्गदर्शन करता रहेगा।
इससे पूर्व श्री रविनाथ कुंज आश्रम के योगी भावनाथ महाराज ने मोहन राव भागवत का माला, साफा, शॉल, वस्त्र, अंग्रेजी,हिंदी, संस्कृत में प्रकाशित दुर्गा सप्तशती और सम्मान पत्र भेंट कर अभिनंदन किया। मोहन राव भागवत ने योगी भावनाथ महाराज का भगवा उतरणा धारण कराकर सम्मान किया। आश्रम पहुंचने पर भागवत का वेद मंत्रोच्चार के साथ अगवानी की गई।
संत रविनाथ जी महाराज के समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर उन्होंने हनुमान जी महाराज के दर्शन किए। कुटिया में भावनाथ महाराज से 20 मिनट तक विभिन्न विषयों पर चर्चा की। श्रद्धांजलि सभा से पूर्व करीब तीन घंटे तक आश्रम में भगवान शिव, गोरक्षनाथ महाराज और गुरु महिमा के भजन गूंजते रहे।
श्रद्धाजंलि सभा में ये भी रहे उपस्थित
श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर पश्चिम क्षेत्र संघ चालक डॉ रमेश चन्द्र अग्रवाल, जयपुर प्रांत प्रचारक बाबूलाल, वरिष्ठ प्रचारक मूलचंद, प्रचारक शंकरलाल सहित अन्य प्रचारक सहित बड़ी संख्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। स्थानीय विधायक एवं उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी भी कार्यक्रम में मौजूद रही। कार्यक्रम में नाथ संप्रदाय से जुड़े जयपुर, लक्ष्मणगढ़, मुकुंदगढ़,दूधवा, पलसाना, रुकमसर के करीब 25 संतों का तिलक और रूद्राक्ष की माला भेंट कर सम्मान किया गया। आयोजन में 15 सौ से अधिक लोग शामिल हुए।
पुष्कर में भी संतों से मिले, आज होंगे रवाना:
आश्रम के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद भागवत पुष्कर रवाना हुए। पुष्कर में मौजूद संतों से मिलकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक के कार्यकर्ताओं से अनौपचारिक संवाद किया। भागवत शनिवार रात को ही जयपुर वापस लौट आए। वे रविवार को जयपुर से रवाना होंगे।