जयपुर। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के पीछे स्थित गंगवाल पार्क में आयोजित श्री मद्भागवत कथा में महारास और रुक्मिणी विवाह की कथा आयोजित हुई। जिसमें ललित सम्प्रदायाचार्य संजय कुमवात गोस्वामी ने कहा कि महारास जीव और ब्रह्म का मिलन है। यह काम लीला नहीं है बल्कि काम पर विजय की लीला है। रूक्मणि विवाह प्रसंग के दौरान उन्होंने कहा कि जो यह प्रसंग सुनता है उनका दाम्पत्य जीवन सुखद बनता है। कथा के सुनने के लिए पांडाल में सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए । इसी दौरान आयोजक घनश्याम शर्मा ने आरती उतारी।
श्याम मंदिर में नानी बाई को मायरो शुरू
सीकर रोड ,विजयबाड़ी पथ नंबर सात पर श्री श्याम मंदिर में शनिवार को नानी बाई को मायरो कथा का शुभारंभ हुआ। जिसमें सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओ ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। व्यासपीठ से कैलाश बापू ने कथा का श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि दृढ़ता पूर्वक भगवान की भक्ति करने वाले को भगवान की कृपा अवश्य प्राप्त होती है। ऐसे भक्त के समस्त कार्य भगवान ही करते हैं। इससे पूर्व सुबह विजयबाड़ी पथ नंबर सात स्थित श्री करणी मंदिर से गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं लाल चूनड़ी की साड़ी और ओढऩी पहनकर सिर पर कलश लेकर शामिल हुईं।