जयपुर। जयपुर नगर निगम हेरिटेज की कार्यवाहक महापौर कुसुम यादव का कार्यकाल सरकार ने साठ दिन के लिए बढ़ा दिया है। तत्कालीन महापौर मुनेश गुर्जर को पद से हटाने के बाद कुसुम यादव को सरकार ने कार्यवाहक महापौर के तौर पर नियुक्त किया था। जानकारी के अनुसार चौबीस सितंबर को सरकार ने आदेश जारी करते हुए कुसुम यादव को कार्यवाहक महापौर नियुक्त किया था। उस समय इनका कार्यकाल साठ दिन का था, जो चौबीस नवम्बर को पूरा हो गया था। जहां राज्य सरकार ने सोमवार को आदेश जारी कर इनके कार्यकाल का एक्सटेंशन साठ दिनों के लिए बढा दिया।
कुसुम यादव ने साल 2020 में हुए नगर निगम चुनावों में बीजेपी से टिकट न मिलने के बाद बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उस समय उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को हराकर वार्ड 74 से चुनाव जीतकर पार्षद बनी। हालांकि जीत के बाद वह खुद बीजेपी गई और उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया। इसके कुछ समय बाद बीजेपी ने उन्हें वापस प्राथमिक सदस्यता दी। नगर निगम ग्रेटर और नगर निगम हेरिटेज दोनों में चार साल के कार्यकाल के दौरान दो-दो महापौर अब तक नियुक्त हो चुके है। इससे पहले गहलोत सरकार के समय ग्रेटर निगम में वर्तमान महापौर मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के अलावा यहां कार्यवाहक के तौर पर शील धाबाई भी रही थीं। वहीं अब भजनलाल सरकार में मुनेश गुर्जर के निलंबित होने के बाद कुसुम यादव को कार्यवाहक महापौर लगाया है।
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी द्वारा चालान पेश करने के बाद मुनेश गुर्जर को सरकार ने पार्षद और महापौर के पद से निलंबित कर दिया था। मुनेश के पति सुशील गुर्जर के साथ दो अन्य व्यक्तियों को पट्टा जारी करने की एवज में रिश्वत मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था। इस प्रकरण में एसीबी ने मुनेश गुर्जर को भी आरोपित बनाया था।