जयपुर। मुरलीपुरा थाना पुलिस ने धोखे से बिजनेस फर्म को हड़पने के मामले में तीन पार्टनर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार दोपहर तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया। लाखों रुपए कमाई के लालच में आरोपी तीनों पार्टनर ने प्लानिंग की। चौथे पार्टनर के फेक साइन कर उसे रिटायर्ड दिखाकर धोखाधड़ी की।
थानाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि धोखाधड़ी के मामले में आरोपी अनुज बेनीवाल (44) पुत्र देवेन्द्र कुमार बेनीवाल निवासी टिब्बी हनुमानगढ़, विक्रम गुलेरिया (40) पुत्र बजरंग लाल निवासी हनुमान वाटिका खातीपुरा और मामराज सिंह डूडी (60) निवासी झुंझुनूं को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों को शनिवार रात दबिश देकर उनके घरों से पकड़ा गया है। तीनों आरोपी मैसर्स श्रीराम स्टोन इंडस्ट्रीज के पार्टनर हैं। लाखों रुपए के लालच में तीनों आरोपी पार्टनरों ने प्लानिंग के तहत धोखा देकर चौथे पार्टनर राकेश कुमार (55) के फेक साइन कर फर्म से रिटायर्ड किया था। पुलिस जांच के साथ एफएसएल रिपोर्ट में सबूत सामने आने पर तीनों आरोपी पार्टनर को अरेस्ट किया गया है।
सिरसी रोड स्थित रॉयल ग्रीन निवासी राकेश कुमार (55) ने मुरलीपुरा थाने में जून-2023 में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया- मार्च 2019 में मैसर्स बालाजी स्टोन इंडस्ट्रीज के नाम से एक पार्टनरशिप डीड करवाई। मैसर्स बालाजी स्टोन इण्डस्ट्रीज को उन्होंने अपने तीन पार्टनर अनुज बेनीवाल, विक्रम गुलेरिया और मामराज सिंह डूडी के साथ मिलकर 46 लाख रुपए में खरीद कर मैसर्स श्री राम स्टोन इंडस्ट्रीज के नाम से काम शुरू किया। चारों पार्टनर की 25-25 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी।
तीनों पार्टनरों के आर्थिक कमजोर होने के कारण राकेश कुमार ने फर्म सेटअप के लिए करीब 70 लाख रुपए लगाए। कोविड के दौरान पत्नी को कैसर होने पर वह इलाज में लग गया। पार्टनरों के भरोसे फर्म को छोड़कर पत्नी का इलाज कराने लगे। कुछ समय बाद पार्टनरों से फर्म में प्रॉफिट का हिस्सा मांगा। आरोपी पार्टनर अनुज और विक्रम ने फर्म में हिस्सेदार होने से मना कर उनके रिटायर्ड होने की बताया। गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देकर भाग दिया।