जयपुर। श्री शिव महापुराण कथा समिति, जयपुर की ओर से 26 जून से 04 जुलाई तक बनीपार्क में जंगलेश्वर महादेव मंदिर के पास होने वाली शिव महापुराण कथा से पूर्व बुधवार को बनीपार्क के राम कुटीर से गाजेबाजे और लवाजमे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। भक्ति और आस्था से सराबोर माहौल में जयपुर नगर निगम ग्रेटर की महापौर कुसुम यादव ने वेद मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर कलश यात्रा को रवाना किया तो उपस्थित शिव भक्तों ने जयकारों से आसमान को गूंजायमान कर दिया। आसमान में छाई काली घटा और रिमझिम बारिश में निकली कलश यात्रा में आषाढ़ माह में सावन का अहसास करा दिया।
श्री शिव महापुराण कथा समिति, जयपुर के महामंत्री अरुण खटोड़ ने बताया कि कलश यात्रा में 500 से अधिक महिलाएं एक ही रंग की वेशभूषा में सिर पर कलश रखकर मंगल गीत गाती चल रहीं थी। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भोलेनाथ के जयकारे लगाते चल रहे थे। सजी धजी बग्गी से भगवान भोलेनाथ की स्वरूप झांकी के साथ निकली कलशयात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
विभिन्न मार्गों से होते हुए कलश यात्रा कांतीचंद्र रोड बनीपार्क के जंगलेश्वर महादेव मंदिर के पास स्थित श्री शिव महापुराण कथा पहुंची। यहां श्री शिव महापुराण कथा समिति, जयपुर के अध्यक्ष पं. सुरेश शास्त्री, उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक मनोज पंसारी, उपाध्यक्ष त्रिलोक खंडेलवाल, दीपक गोयल, श्रीराम कोडिया, रवि चावल वाले रवि सैनी, कोषाध्यक्ष चंद्र प्रकाश खंडेलवाल सहित अन्य पदाधिकारियों ने भगवान भोलेनाथ की आरती उतारी।

आज शुरू होगी शिव महापुराण कथा:
श्री डूंगरगढ़ के ऊंकार सेवा संस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से एक वर्षीय शिवशक्ति महायज्ञ के दिव्य आयोजन के अवसर 26 जून को बनीपार्क के श्री जंगलेश्वर महादेव मंदिर के पास श्री शिवमहापुराण कथा का औपचारिक शुभारंभ होगा। व्यासपीठ से भाई श्री संतोष सागर महाराज दोपहर दो से शाम छह बजे तक कथा श्रवण कराएंगे। श्री शिव महापुराण कथा समिति के मुख्य संरक्षक डॉ. सतीश पूनियां, प्रधान यजमान जयपुर नगर निगम हैरिटेज की महापौर कुसुम यादव और नगर निगम के पूर्व चैयरमेन अजय यादव सहित अन्य प्रारंभ में पूजा-अर्चना करेंगे।
पहले दिन होगा शिव महापुराण का महात्म्य:
26 जून को शिव महापुराण महात्म्य के साथ कथा का श्रीगणेश होगा। 27 जून को शिवलिंग महिमा, रुद्राक्ष एवं भस्म महिमा, 28 जून को नारद चरित्र, सृष्टि वर्णन, धनपति कुबेर कथा, 29 जून को सती चरित्र, पार्वती जन्म एवं शिव विवाह महोत्सव होगा। 30 जून को गंगा अवतरण, समुद्र मंथन, अर्धनारीश्वर कथा होगी। एक जुलाई को कार्तिकेय जन्म एवं गणपति जन्म उत्सव, दो जुलाई को दुर्वासा, हनुमान,
भैरव अवतार, जलंधर वध, तुलसी विवाह
तीन जुलाई को द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राकट्य कथा, चार जुलाई को शिव भक्त चरित्र, महामृत्युंजय एवं पंचाक्षर मंत्र महिमा, शिव साधना का प्रसंग होगा।