जयपुर। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में करधनी गायत्री महिला मंडल की ओर से बुधवार को कालवाड़ रोड करधनी के आर्यावर्त इंटरनेशनल योगा सेंटर में 11 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। व्यासपीठ से कुसुमलता सिंघल ने कहा कि यज्ञ में अपार ऊर्जा होती है जो कि मुश्किल से मुश्किल कार्य को आसान बना देती है। यज्ञ से सकारात्मक वातावरण बनता है, रोगाणुओं का नाश होता है।
प्रारंभ में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम निर्विघ्न रूप से संपन्न हो इसके लिए प्रारंभ में दशों दिशाओं का पूजन किया गया। देव आह्वान कर षोडशोपचार पूजन किया गया। अग्नि प्रज्जवलन के बाद गायत्री और महामृत्युजंय महामंत्र के साथ श्रीराम गायत्री से विशेष आहुतियां अर्पित की गई।इस मौके पर दो विद्यारंभ संस्कार, दो गर्भ संस्कार, एक जन्मदिवस संस्कार और एक दीक्षा संस्कार संपन्न हुआ।
अंबे हॉस्पिटल की निदेशक डॉ आनंदी ने गर्भ संस्कार के बारे में बताया। गायत्री कचोलिया प्रज्ञा गीत की प्रस्तुति । गायत्री शक्ति पीठ कालवाड़ के मुख्य ट्रस्टी धर्म सिंह राजावत ने जीवन में गुरु का महत्व बताया। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के सह व्यवस्थापक मणि शंकर चौधरी ने साधना का महत्व बताया।
प्रहलाद शर्मा, मंगल तोंदवाल, लक्ष्मी कुमावत का विशेष योगदान मिला। स्थित लोगों ने देव दक्षिना में राम राज्य लाने और प्रतिदिन गायत्री महा मंत्र का जाप करने का संकल्प लिया। करीब पांच सौ लोगों ने यज्ञ देवता का आहुतियां अर्पित की। राजेन्द्र सैनी ने प्रज्ञागीतों से वातावरण को सरस बना दिया।