जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर अशोक जांगिड़ के जयपुर सहित 6 जिलों में स्थित ठिकानों पर छापा मारा है। छापामारी के लिए रविवार अल सुबह टीमें प्रदेश के अलग-अलग शहरों में पहुंचीं। एसीबी ने यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की है।
अशोक जांगिड़ की फिलहाल बांसवाड़ा में तैनात है।एसआई अशोक जांगिड़ के घर से सर्च के दौरान कई जमीनों के दस्तावेज मिले हैं। इसमें खुद के नाम 19, पत्नी सुनीता शर्मा के नाम 3, बेटे निखिल जांगिड़ के नाम 32 प्रॉपर्टी शामिल हैं। ये प्रॉपर्टी जयपुर शहर, पावटा (कोटपूतली), श्रीमाधोपुर (सीकर), मौजमाबाद (जयपुर), उदयपुर, अजमेर, मालपुरा (टोंक), श्री मोहनगढ़ (जैसलमेर) में हैं।एसीबी को कुल 19 स्थानों पर 54 अचल सम्पत्तियां खरीदने व निर्माण में करोड़ों रुपए लगाने के सबूत मिले हैं।
एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार कि अशोक जांगिड़ के जयपुर शहर, पावटा (कोटपूतली), मौजमाबाद (जयपुर), उदयपुर स्थित खान एवं भू-विज्ञान विभाग के जोन ऑफिस, झाड़ोल (उदयपुर) के कोच्छ्ला, जावद स्थित खनिज लीज, अजमेर, मालपुरा (टोंक) के विभिन्न ठिकानों के साथ-साथ पीएचईडी कार्यालय बांसवाडा, टोंक, अजमेर, जयपुर व उप पंजीयक कार्यालय पावटा, मौजमाबाद में टीमों ने सर्च किया है।
इस कार्रवाई में 250 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे। । उदयपुर स्थित खान एवं भू-विज्ञान विभाग के जोन ऑफिस में टीम जांगिड़ के परिवार के सदस्यों के नाम पर मिले माइंस के दस्तावेजों को खंगाला। एसीबी को गोपनीय सूचना मिली थी कि एसई ने राजकीय सेवा में आने के बाद 11.50 करोड़ रुपए की आय अर्जित की। यह उनकी मूल आय से 161 प्रतिशत अधिक है।
अशोक जांगिड़ की सम्पत्ति पर एक नजर
अशोक जांगिड़ ने स्वयं के नाम जयपुर व पावटा में मकान, कैमरिया (पावटा) में फार्म हाउस, पत्नी के नाम जयपुर में बनीपार्क, बिन्दायका में दुकान, बेटे के नाम उदयपुर, मालपुरा (टोंक), अजमेर व बुचारा (पावटा) में 5 खनिज लीज व श्रीमाधोपुर में कॉमर्शियल जमीन, खनिज व ग्राइन्डिंग उद्योग के लिए जमीन खरीदने और निवेश करने में करोड़ों रुपए लगाए हैं।
अशोक जांगिड़ के बेटे के नाम उदयपुर, मालपुरा (टोंक), अजमेर व बुचारा पावटा में स्थित खनिज लीजों में क्रेशर, पोकलेन मशीन, एलएण्डटी मशीन, आईआर ब्लास्टिंग मशीन, डम्पर खरीदने और खनन कार्य संचालन में करोड़ों रुपए खर्च करने के सबूत मिले हैं। आरोपी और उनके परिवार के नाम से 22 बैंक खाते हैं। इनमें 21 लाख रुपए मिले हैं। बेटे और बेटी की स्कूली शिक्षा, कोचिंग एवं उच्च शिक्षा में करीब 30 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।