जयपुर। पंचांग के अनुसार देव गुरु बृहस्पति ने वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश कर लिया। इस राशि में वृहस्पति 17 अक्टूबर तक रहेंगे। इसके बाद 18 अक्टूबर को अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश करेगा। फिर 5 दिसंबर को पुन: मिथुन राशि में आ जाएगा। 14 मई को मिथुन राशि से लेकर मकर राशि तक लगभग आठ वर्ष बृहस्पति ग्रह अतिचारी रहेगा अर्थात जल्दी जल्दी वक्री मार्गी होगा, जिससे इसका राशि परिवर्तन भी समय से पहले होता रहेगा।
इसे ज्योतिष की भाषा में अतिचारी होना कहते हैं। ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि बृहस्पति एक वर्ष में एक राशि में 30 डिग्री तक चलता है, लेकिन इस बार बृहस्पति 30 डिग्री को तेज गति से पार करके अर्थात चार या पांच महीनों में ही पार करके मिथुन से कर्क में चले जाएंगे और वहां लगभग 2 महीने रहने के बाद पुन: मिथुन में वक्री होकर लौटेंगे। जहां वे 30 से 25 डिग्री चलकर पुन: कर्क में मार्गी हो जाएंगे।
बृहस्पति ग्रह का लगातार अतिचारी होने का अर्थ है मानव जाति की मुश्किलें बढऩा। इससे पहले बृहस्पति 2018 से 2022 तक चार राशियों राशियों में में अतिचारी अतिचारी रहे थे, जिससे देश दुनियां को कोरोना जैसी महामारी से सामना करना पड़ा था। 14 मई 2025 से 23 अक्टूबर 2032 तक बृहस्पति ग्रह के लगातार अतिचारी रहने से देश-दुनिया पर इसका काफी विपरीत प्रभाव देखने को मिलेगा। पूरे विश्व में अशांति का वातावरण, अर्थव्यवस्था बिगडऩे सहित अन्य कारण देखने को मिल सकते है।
राहु देंगे छप्पर फाड़ कर फायदा:
डेढ़ साल बाद मायावी ग्रह और हमेशा उल्टी चाल चलने वाले राहु-केतु राशि परिवर्तन करेंगे। 18 मई को ज्येष्ठ कृष्णा पंचमी को राहु-केतु क्रमश: मीन और कन्या या राशि को छोडक़र राहु कुंभ और केतु सिंह राशि में प्रवेश करेंगे, जहां वे 5 दिसंबर 2026 तक रहेंगे। ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा बताया कि जब-जब राहु-केतु का राशि परिवर्तन होता है कई राशियों को छप्पर फाडक़र लाभ होता है और कई राशियों को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। अभी राहु की युति मीन राशि में शनि के साथ है जो बहुत अशुभ और खतरनाक योग माना जाता है। 18 मई को इस अशुभ योग से भी छुटकारा मिलेगा।
राशि परिवर्तन से किसको क्या फल मिलेगा:
मेष: संवाद क्षमता में सुधार, लेखन, मार्केटिंग और मीडिया से जुड़े लोग लाभान्वित।
वृष: पारिवारिक सहयोग और संतुलन बढ़ेगा। आर्थिक सुदृढता संभव। व्यापार में लाभ।
मिथुन: संतान पक्ष, वैवाहिक जीवन के लिए शुभ। आत्मविश्वास बढ़ेगा।
कर्क: आध्यात्मिक रुझान बढ़ेगा। विदेश यात्रा की संभावना। स्वास्थ्य में सुधार।
सिंह:आर्थिक सुदृढ़ता आएगी। संतान पक्ष को लाभ। इच्छाएं पूर्ण हो सकती हैं।
कन्या: नौकरी और व्यापार में पदोन्नति और स्थायित्व संभव। प्रोपर्टी में लाभ। सुख साधन बढ़ेंगे।
तुला: नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। धार्मिक यात्रा संभव। छात्रों के लिए ये समय शुभ है।
वृश्चिक:पारिवारिक सहयोग मिलेगा। अचानक आर्थिक लाभ। अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी।
धनु: विवाह की चाहत रखने वालों के लिए शुभ। रोजगार में लाभ। स्वास्थ्य में सुधार।
मकर: कार्य क्षमता बढ़ेगी। व्यापार में लाभ। नौकरी में बदलाव संभव।
कुंभ: आर्थिक सुदृढ़ता बढ़ेगी। रिश्तों में सुधार होगा। संतान पक्ष को लाभ।
मीन: व्यापार और नौकरी के लिए अति शुभ। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी।