जयपुर। चांदपोल बाजार के खजाने वालों का रास्ता स्थित बद्रीनाथ जी का मंदिर में हो रही श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास डॉ. प्रशांत शर्मा ने कहा कि भागवत सभी ग्रंथों का सार है। संसार में जो कुछ भी ज्ञान है वह भागवत जी में समाहित है। श्री मद्भागवत श्री कृष्ण का वांग्मय स्वरूप है। जो भागवत में है वही संसार में है वह कहीं नहीं। भागवत धर्म, अर्थ, काम,मोक्ष चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति करवाती है।
एक अन्य प्रसंग में उन्होंने कहा कि देश और संस्कृति को बचाना है तो गौ रक्षा एवं पर्यावरण रक्षा जरुरी है। कथा में निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर नर्मदा शंकर पुरी महाराज, कैलाश गौड़, पुजारी महासंघ के कमलेश शर्मा ने कथा में सान्निध्य प्रदान किया। कथा आयोजक नंद कुमार जांगिड़ एवं अन्य के व्यास पूजन कर आरती उतारी। धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय ने बताया कि कथा नौ मई तक प्रतिदिन दोपहर एक से शाम पांच बजे तक होगी।