जयपुर। श्रुत आराधना का महापर्व श्रुत पंचमी पर शनिवार को दिगंबर जैन मंदिरों में जिनवाणी सजाओ प्रतियोगिता, जिनवाणी की पूजा, श्रुत स्कंध पूजा विधान सहित अनेक आयोजन हुए। इनमें जैन श्रद्धालुओं ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के तत्वावधान में गाजेबाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। कई जैन मंदिरों में संगोष्ठियों के आयोजन हुए। वक्ताओं ने श्रुत पंचमी का धार्मिक महत्व बताया। दुर्गापुरा के श्री दिगम्बर जैन मंदिर चन्द्र प्रभजी में मुनि जयकीर्ति महाराज के सानिध्य में श्रुत पंचमी महोत्सव मनाया गया।
उपाध्याय उर्जयंत सागर मुनिराज के सान्निध्य में ख्वास जी का रास्ता स्थित श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर सोनियान में विशेष आयोजन किए हुए। झोटवाड़ा के पटेलनगर स्थित चन्द्र प्रभ दिगम्बर जैन मंदिर में भगवान महावीर स्वामी की अक्षुण्ण परम्परा में बीसवीं सदी के ज्येष्ठाचार्य दिगम्बर श्रमण परम्परा के उन्नायक आचार्य आदिसागर (अंकलीकर) महाराज का 110 वां आचार्य पदारोहण दिवस मनाया गया। सुबह नित्य कलशाभिषेक, आदिसागर का कलशाभिषेक और पूजा विधान किया गया।