जयपुर। जवाहर कला केन्द्र में 10 दिसंबर से 16 दिसंबर तक होने वाले 12वें जयपुर रंग महोत्सव (जयरंगम-2023) की तैयारियां जारी है। थ्री एम डॉट बैंड थिएटर फैमिली सोसाइटी की ओर से कला एवं संस्कृति विभाग, राजस्थान और जवाहर कला केन्द्र की ओर से सात दिवसीय फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जयरंगम में दोपहर दो बजे सुरेख कला दीर्घा में रंग संवाद का आयोजन किया जाएगा। इसमें विभिन्न विधाओं के विशेषज्ञ अलग-अलग मुद्दों पर विचार व्यक्त करेंगे। जयरंगम की रुचि नरूला ने बताया कि जिस तरह थिएटर समाज के हर वर्ग की आवाज़ उठाता है उसी तरह रंग संवाद एक ऐसा कार्यक्रम है जो किसी सीमा में बंधा न होकर विषय की गहराई को व्यक्त करते हुए सभी के लिए समझ का विकास करता है।
चाणक्य नीति से बेहतर होगा जीवन
चाणक्य नीति जीवन कौशल को बढ़ाती है, आधुनिक जीवन की समस्याएं भी इस नीति से हल की जा सकती हैं और जीवन को बेहतर बनाने में भी यह कारगर है। इसी ध्येय के साथ 11 दिसंबर को प्रसिद्ध नाट्य निर्देशक अतुल सत्य कौशिक ‘चाणक्य नीति और आप’ विषय पर विचार रखेंगे।
हबीब तनवीर और उनका रंगमंच
यह वर्ष रंगकर्म साधक हबीब तनवीर की जन्मशती है, पूरे देश की साथ जयरंगम भी हबीब तनवीर के रंग में रंगा हुआ है। 12 दिसंबर का दिन उन्हीं के नाम रहने वाला है। इस दिन ‘हबीब तनवीर और उनका रंगमंच’ विषय पर हबीब तनवीर के शिष्य रहे वरिष्ठ रंगकर्मी रामचंद्र सिंह और समीक्षक व आलोचक अजित राय चर्चा करेंगे। यह सत्र तनवीर के थिएटर और उनके प्रयोग को जानने का सुनहरा अवसर है।
जानें जयपुर के अनछुए पहलु
गुलाबी नगरी जयपुर के हर चौक और चौराहे की अपनी कहानियां हैं, विभिन्न परंपराएं और सतरंगी संस्कृति है। इन्हीं अनछुए पहलुओं से रूबरू होने का मौका सभी को मिलेगा 13 दिसंबर को। इस दिन समाचार पत्रों में जयपुर के इतिहास पर निरंतर कॉलम लिखने वाले वरिष्ठ पत्रकार जितेन्द्र सिंह शेखावत, कला मर्मज्ञ विनोद जोशी और संस्कृतिकर्मी अजय चोपड़ा ‘जयपुर की अनकही कहानियां’ साझा करेंगे।
सुनिएं वाइस ऑफ स्ट्रीट
अपने नुक्कड़ नाटकों के लिए देशभर में प्रसिद्ध वरिष्ठ रंगकर्मी अरविन्द गौड़ और अभिषेक गोस्वामी अपनी चर्चा के दौरान ‘वाइस ऑफ स्ट्रीट’ विषय पर विचार रखेंगे। यह सत्र रंगमंच की उस ऊर्जा से आपको सराबोर करेगा जो सड़कों से क्रांति लाने का दम रखती है।
युवाओं के मन की बात
युवाओं को बढ़चढ़कर अवसर देने की ओर अग्रसर जयरंगम ने रंगमंच में युवाओं के नवीन प्रयोगों को खुले मंच पर लाने का प्रयास किया है। इसी ध्येय के साथ ‘भारतीय रंगमंच की युवा पीढ़ी : पुनर्परिभाषित प्रयोग और जुड़ाव’ विषय पर युवा रंगकर्मी सुरुचि शर्मा, चिन्मय मदान, मूमल तंवर और जयरंगम की प्रोग्रामर मन गेरा विचार रखेंगे। मन गेरा ने बताया कि जहां जयरंगम में होने वाले नाटक, म्यूजिकल कॉन्सर्ट और महफिल कला प्रेमियों का मनोरंजन करेंगे वहीं रंग संवाद की अपनी एक विशेषता है। रंग संवाद चर्चा का खुला मंच है, जहां विशेषज्ञ विचार रखेंगे वहीं आमजन की जिज्ञासा का हल व कला क्षेत्र में नवीन पथ प्रशस्त होगा।